हरिद्वार। शनिवार देर रात जगजीतपुर स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में उस समय हड़कंप मच गया, जब कर्मचारियों ने ट्रीटमेंट टैंक में एक विशालकाय मगरमच्छ को घूमते हुए देखा। कर्मचारियों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।

गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों में हरिद्वार में लगातार आबादी में वन्यजीव दस्तक दे रहे हैं। पहले डामकोठी और फिर हरकी पैड़ी के पास लालजीवाला में भी मगरमच्छ दिखाई दिए जिन्हें वन विभाग की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर वास स्थल में छोड़ा। उसके बाद रात को एसटीपी में मगरमच्छ घुसने से अफरा तफरी मच गई।
रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने देर रात तक एसटीपी में रेस्क्यू अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि मगरमच्छ गंगा से निकलकर एसटीपी में पहुंच गया था। रेस्क्यू ऑपरेशन रात ग्यारह बजे पर पूरा हुआ, जिसके बाद मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से गंगा नदी में छोड़ दिया गया।

नेगी ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान मगरमच्छ को रेस्क्यू करने के लिए टीम ने पूरी सावधानी के साथ काम किया ताकि न तो मगरमच्छ को नुकसान पहुंचे और न ही किसी कर्मचारी को खतरा हो। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि किसी क्षेत्र में जंगली जानवर या मगरमच्छ दिखाई दे, तो घबराएं नहीं और तुरंत वन विभाग को सूचना दें। इससे वन्य जीवों को सुरक्षित तरीके से उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सकता है।

