हरिद्वार। बिहार के एक बदमाश ने आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया। इतना ही नहीं आरोपी ने पीड़ित बच्ची के माता पिता को तमंचा दिखाकर डराया धमकाया भी। पीड़ित परिवार घायल बच्ची को लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस हरकत में आई और घायल बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। हरिद्वार से बच्ची को हायर सेंटर रेफर किया गया है। शिकायत मिलते ही पथरी थाना पुलिस आरोपी धरपकड़ में जुट गई। शनिवार रात को भागने की फिराक में लगे आरोपी का पुलिस से आमना सामना हो गया। पुलिस को देखते ही आरोपी ने देसी तमंचे से फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी। जिसे इलाज के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने अस्पताल पहुंचकर अधिकारियों से जानकारी ली और आरोपी दयाराम से भी पूछताछ की।

जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पथरी थाना क्षेत्र में निवासरत बिहार निवासी एक व्यक्ति द्वारा अपनी नाबालिक बच्ची को बेहोशी हालत में साथ थाने लाकर बताया कि दयानंद सिंह नाम के आदमी ने पीड़ित की 8 वर्षीय नाबालिक बेटी को जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और इसके बाद आरोपी बच्ची का गला दबा कर भाग गया। बच्ची के पिता ने जब जंगल में आरोपी का पीछा कर उसे पकड़ना चाहा तो, आरोपी तमंचा दिखा कर मौके से भाग गया।

इसके बाद पुलिस ने बच्ची की गंभीर हालत को देखते ही तत्काल गाड़ी से उपचार व मैडिकल हेतु सरकारी अस्पताल भेजा गया। जहां से नाबालिक बच्ची की स्थिती गंभीर होने के कारण नाबालिक बच्ची को हायर सेंटर रेफ़र किया गया।

उपरोक्त संबंध में थाना हाजा पर अभियोग पंजीकृत किया गया। घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा गंभीरता के साथ पीड़िता के इलाज व आरोपी की गिरफ्तारी हेतु थानाध्यक्ष पथरी को आदेशित किया गया। आरोपी के फरार होने एवं उसके पास अस्लाह (तमंचा) होने की जानकारी के आधार पर गठित की गई पुलिस टीम ने सतर्क होकर आरोपी को तलाशने के प्रयास शुरु किए।

मुखबिर की सूचना पर टीम ने जब डांडी चौक से दिनारपुर की तरफ जाते हुए चिट्ठी कोटी के जंगल के पास आरोपी को रोकने का प्रयास किया तो आरोपी पुलिस पर फायर कर गन्ने के खेत मे भाग गया और अन्दर खेत से भी फायर करना लगा। खुद को सुरक्षित रखते हुए पुलिस टीम ने जब जवाबी फायरिंग की तो आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। घायल बदमाश के पास से एक अवैध तमंचा और कारतूस बरामद कर उसे उपचार हेतु जिला अस्पताल हरिद्वार भेजा गया है।

Ssp प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने जिला अस्पताल जाकर अधिकारियों से जानकारी ली और आरोपी से भी पूछताछ की। वहीं बच्ची पीड़ित परिवार बहुत गरीब है। इसलिए बच्ची का उपचार पुलिस की देखरेख में कराया जा रहा है।
आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम सीओ लक्सर नताशा सिंह की अगुवाई में काम कर रही थी और पथरी थाना प्रभारी रवींद्र सिंह समेत पूरी टीम की पुलिस टीम ने पीठ थपथपाई है।