हरिद्वार। आगामी कांवड़ मेले में हरिद्वार आने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या करीब सात करोड़ तक भी पहुंच सकती है। इस अनुमान को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। हरिद्वार पहुंचे गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि कांवड़ मेले के लिए करीब 13 करोड़ रुपए के बजट की डिमांड भेजी गई है। मूलभूत सुविधाओं के लिए जल्द ही बजट भी जारी किया जाएगा। कांवड़ मेले में बिजली, पानी, सड़क, शौचालय और स्वास्थ्य संबंधी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। जल्द ही मुख्य सचिव भी कांवड़ मेले को लेकर बैठक करेंगे और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी समीक्षा कर सकते हैं। कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर गुरुवार को सीसीआर सभागार में गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी आवश्यक कार्य पारदर्शिता, समयबद्धता, गुणवत्ता से पूर्ण किये जाये। सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें और आने वाले कांवड़ यात्रियों के साथ पूरी शालीनता व धैर्य से बात की जाये।
विनय शंकर पांडे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि मेले के दौरान स्नेक बाइट इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो, विभिन्न स्थानों पर मेडिकल रिलीफ कैम्प स्थापित किये जाये और सभी आवश्यक दवाईयों की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान यूपीसीएल के अधिकारियों को कांवड़ मार्ग में पथ प्रकाश के लिए शीघ्रता से कार्य शुरू करने और जनरेटर की व्यवस्था कर ली जाए। रानीपुर झाल से लेकर मौहम्मदपुर झाल तक प्रकाश व्यवस्था की विशेष मॉनिटरिंग भी की जाए। उन्होंने पार्किंग स्थलों जैसे पंतद्वीप पार्किंग, दक्ष दीप, बैरागी कैंप में हाईमास्क लाइट की व्यवस्था करने के निर्देश एचआरडीए को दिये दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि सुरक्षात्मक दृश्टि से घाटों का मरमत कार्य और चैन बदलने एवं लगाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाये।
पिछले कांवड़ मेले से लगभग दुगने यात्री आने का अनुमान
विनय शंकर पांडे ने नगर निगम की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कांवड़ मेले के दौरान सफाई व्यवस्था का विशेष ख्याल रखा जाए तथा सफाई कर्मियों के नम्बर सैक्टर ऑफिसर व सम्बन्धित क्षेत्रों के पुलिस कार्मियों के साथ साझा की जाये। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप में शौचालयों की संख्या बढ़ाई जाए तथा विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में शौचालयों की व्यवस्था की जाये।

कांवड़ मेले के दौरान पैदल यात्रियों के लिए खोला जाएगा हिल बाईपास मार्ग
आयुक्त विनय शंकर पांडे ने संभावित भीड़ वाले क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को निकालने हेतु वैकल्पिक मार्ग चिन्हित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मेले के दौरान शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होने की स्थिति में हिल बाईपास को बहुत उपयोगी बताते हुए हिल बाईपास को जल्द ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही हिल बाईपास मार्ग की मरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। पैदल यात्रियों के लिए कांवड़ मेले के दौरान हिल बाईपास मार्ग को खोला जाएगा। हिल बाईपास मार्ग खुलने से शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा और स्थानीय लोगों को भी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
सुरक्षा के मध्यनजर बनाए सुपर जोन और सेक्टर
पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृश्टिगत इस बार 16 सुपर जोन, 38 जोन और 134 सेक्टर में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षात्मक दृश्टि से इस बार 20 कम्पनियों की डिमाण्ड की गई है।
बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कावंड़ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं समयबद्धता से सुनिश्चित की जाये तथा सभी विभागीय अधिकारी कांवड यात्रा से सम्बन्धित अपने-अपने विभागीय कार्य प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने लोनिवि के अधिकारियों से कहा कि कांवड़ के दौरान यातायात के सफल संचालन हेतु मजबूत बेरिकैट्स बनाये जायें ताकि कोई भी व्यक्ति शॉर्टकट के चक्कर में बेरिकैट्स न तोड़ सके और न ही पार कर सके। उन्होंने राफ्टिंग बोट्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।

एसपी सिटी पंकज गैरोला ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 11 जुलाई से 23 जुलाई तक कांवड़ मेला चलेगा। विगत वर्ष कांवड़ यात्रा में 41440000 श्रद्धालु हरिद्वार पहुॅचे थे। उन्होंने हरिद्वार में आने वाले कांवड़ियों का राज्यवार अनुमानित विवरण देते हुए बताया कि हरियाणा से 31.67 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश से 26.67 प्रतिशत, दिल्ली से 16.67 प्रतिशत, पंजाब से 8.33 प्रतिशत, राजस्थान से 5 प्रतिशत, उत्तराखण्ड से 1.67 प्रतिशत व अन्य राज्यों से 10 प्रतिशत श्रद्धालु कांवड़ यात्रा पर आते हैं।उन्होंने बताया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 25 प्रतिशत अधिक पुलिस बल की डिमांड की गई है। उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था, पार्किंग सहित सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्र से पहले ही हर होटल, ढाबे पर रेट लिस्ट के साथ ही क्यूआर कोड भी लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अध्यक्ष प्रमेंद्र सिंह डोभाल, एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह,डीएफओ वैभव कुमार सिंह, मुख्य नगर आयुक्त नन्दन कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी,नगर आयुक्त रुड़की राकेश तिवारी, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, सचिव एचआरडीए मनीष सिंह, उप जिलाधिकारी लक्ष्मीराज चौहान, जितेन्द्र कुमार,सौरभ असवाल,प्रेम लाल, सीएमओ डॉ.आरके सिंह, एसपी क्राइम जितेंद्र मेहरा, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई डीसी उनियाल, ओम जी गुप्ता, अधिशासी अधिकारी लोनिवि दीपक कुमार, अधिशासी अभियन्ता विद्युत दीपक सैनी, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।