हरिद्वार। मनसा देवी मंदिर हादसे को लेकर श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने करंट फैलने की बात को अफवाह बताया है। उन्होंने कहा कि हादसे के समय सीढ़ी मार्ग पर भीड़ अधिक थी। इसी दौरान एक श्रद्धालु का पैर फिसल गया, जिससे अचानक भगदड़ मच गई। करंट फैलने की जो बातें सामने आ रही हैं, वे पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन हैं। वहीं ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने करेंट की वजह से हादसे की वजह को सिरे से नकार दिया।

श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों की आत्मशांति के लिए मौन धारण किया। उन्होंने कहा कि ईश्वर मृतकों के परिजनों को यह असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति दें। उन्होंने दावा किया कि हादसे के पीछे बिजली करंट का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बेवजह इस बात को तूल दे रहे हैं।
ऊर्जा निगम की टीम ने किया जांच स्थल का निरीक्षण, करंट फैलने की बात को बताया अफवाह
हादसे के तुरंत बाद ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता प्रदीप चौधरी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी मीटरों और विद्युत तारों की बारीकी से जांच की। उन्होंने कहा कि मंदिर क्षेत्र में जो भी विद्युत लाइनें हैं, वे पूरी तरह से आइसोलेटेड हैं और करंट फैलने की संभावना ही नहीं है। प्रदीप चौधरी ने बताया कि करंट को लेकर जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं। बार बार जो मीटर दिखाया जा रहा है, वो पहले से ही बंद पड़ा हुआ है। उसमें कोई विद्युत सप्लाई नहीं है। हादसे के पीछे किसी प्रकार की विद्युत गड़बड़ी नहीं पाई गई है। उन्होंने भी हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों की आत्मशांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

करंट की अफवाहों से मचा रहा भ्रम, श्रद्धालुओं में फैली दहशत
मंदिर हादसे के तुरंत बाद करंट फैलने की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई थीं, जिससे श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल बन गया था। लेकिन अब मंदिर ट्रस्ट और ऊर्जा निगम की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि हादसा केवल श्रद्धालु के फिसलने से हुआ है, करंट की बातों में कोई सच्चाई नहीं है। फिलहाल सीएम धामी के निर्देश पर हादसे की मिनिस्ट्रियल जांच बैठाई गई है। एसडीएम जितेंद्र कुमार को जांच अधिकारी नामित किया गया है।