देहरादून। आगामी चारधाम यात्रा को लेकर सरकार और संबंधित विभागों ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई बड़े निर्णय लिए हैं। इस बार यात्रा मार्गों पर पंजीकरण, चेकिंग और होटलों से जुड़े नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। जिससे तीर्थयात्रियों को पहले की तुलना में अधिक सहजता का अनुभव होगा।
चारधाम यात्रा के तहत यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर स्थापित किए जाएंगे। यमुनोत्री के लिए बड़कोट दोबाटा, गंगोत्री के लिए हिना, केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी-फाटा और बद्रीनाथ के लिए गौचर में ये पंजीकरण काउंटर खुलेंगे। देहरादून स्थित कैंप कार्यालय में हुई बैठक में चारधाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आना चाहते हैं, ऐसे में उन्हें संख्या की सीमा में बाधित करना उचित नहीं है।
बैरियर सिस्टम में राहत
गढ़वाल आयुक्त की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इस बार यात्रा के दौरान बैरियर सिस्टम, गेट सिस्टम और यमुनोत्री धाम के प्रथम पड़ाव कटापत्थर में आरटीओ चेक पोस्ट नहीं लगाई जाएगी। चेकिंग की प्रक्रिया को यात्रियों के लिए सहज बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उन्हें यात्रा के दौरान अनावश्यक रुकावटों का सामना न करना पड़े।
डिजिटल बाध्यताओं से राहत
यात्रा के लिए अब सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरना अनिवार्य नहीं रहेगा और न ही ओटीपी सत्यापन की जरूरत होगी। पहले यात्रियों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करते समय ओटीपी के माध्यम से सत्यापन करना होता था, जिससे कई बार तकनीकी समस्याएं उत्पन्न होती थीं। नई व्यवस्था में ये प्रक्रिया सरल कर दी गई है।
बैठक में शामिल हुए प्रमुख होटल संगठन
बैठक में चारधाम क्षेत्र से जुड़े होटल संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें यमुनोत्री घाटी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा, गंगोत्री धाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नौटियाल और केदारनाथ घाटी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी प्रमुख रूप से शामिल रहे।