देहरादून। उत्तराखंड पुलिस में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला पुलिसकर्मी को सीओ दंपति को ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी महिला पुलिस विभाग में श्वान परिचायक (डॉग हैंडलर) के पद पर तैनात है। पुलिस ने उसे रंगे हाथ 70 हजार रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सीओ निहारिका सेमवाल, निवासी पंडितवाड़ी, ने रविवार को कैंट कोतवाली में शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग की कर्मचारी सरोज बाला रावत उन्हें और उनके पति सीओ नीरज सेमवाल को लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी। पिछले दो सालों से उनके पति को उल्टे सीधे मैसेज भेजकर परेशान किया जा रहा था। आरोप है कि सरोज बाला छह लाख रुपये पहले ही वसूल चुकी थी और अब एक लाख रुपये और मांग रही थी। शिकायत के मुताबिक रुपये न देने पर आरोपी महिला ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी। इस संबंध में कैंट कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को सरोज बाला को पुलिस लाइन में बुलाया, जहां उसने नकद 70 हजार रुपये लिए। इसी दौरान उसे रंगे हाथ पकड़ लिया गया। पुलिस ने उसके पास से नकदी और मोबाइल फोन कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी महिला पहले भी सीओ दंपति के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई पोस्ट कर चुकी है। ऐसे में साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है ताकि मामले की पूरी परतें खोली जा सकें। एसएसपी ने बताया कि आरोपी महिला को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।