हरिद्वार, संवाददाता। लक्सर नगर पालिका के वार्ड नंबर 6 में जलभराव से जूझ रहे लोगों के लिए मंगलवार का दिन राहत भरा दिन रहा। हरिद्वार के डीएम मयूर दीक्षित ने न केवल जलभराव की समस्या का त्वरित संज्ञान लिया, बल्कि मौके पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश देकर प्रशासनिक मशीनरी को सक्रिय भी कर दिया। परिणाम यह हुआ कि महज कुछ घंटों में जेसीबी मशीन से बंद पड़ा नाला खुलवाया गया और पानी की निकासी शुरू हो गई। मंगलवार को सभी गलियों में फॉगिंग और कीटनाशकों का छिड़काव भी कराया गया है। अब वार्ड नंबर छह में किसी भी सड़क पर पानी नहीं भरा है। खाली मैदानों में जो पानी भरा है, उसकी निकासी के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

लक्सर में बिना बाढ़ के बाढ़ जैसे हालात बने हुए थे। वार्ड छह के बीते एक सप्ताह से पीठ बाजार पुलिया, बारात घर के पीछे की कॉलोनियां, पुलिस चौकी वाली गली, मंदिर वाली गली, पीर के पीछे रेलवे कॉलोनी और बाजार के जर्जर सरकारी भवन के आसपास पानी जमा था। इससे बदबू, मच्छरों का प्रकोप और बीमारियों का खतरा बढ़ गया था। स्थानीय लोग कई बार शिकायत कर चुके थे, लेकिन हल नहीं निकल पा रहा था। सभासद हर्षपाल के दिन रात प्रयास के बावजूद भी अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे थे। इसके बाद लोगों ने डीएम मयूर दीक्षित से समस्या के समाधान की गुहार लगाई। डीएम ने तुरंत समस्या का संज्ञान लिया और रविवार रात को ही अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। डीएम के निर्देश मिलते ही नगर पालिका की टीम हरकत में आई। सोमवार को खुल अधिशासी अधिकारी मोहम्मद कामिल जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे और बसेड़ी रोड के बड़े नाले की सफाई शुरू की। पानी का बहाव बढ़ते ही लोगों ने राहत की सांस ली। डीएम ने स्पष्ट किया कि समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक विस्तृत योजना बनाई जाएगी।

स्थानीय निवासी आरिफ, सचिन, रवि, अंकित, अंकुश और नीटू इत्यादि ने डीएम मयूर दीक्षित का आभार व्यक्त किया और कहा – “डीएम साहब ने बिना देरी के जो कदम उठाया, वह काबिले-तारीफ है। हफ्तों से जमा पानी कुछ ही घंटों में निकलने लगा। ऐसे अधिकारी जनता का भरोसा बढ़ाते हैं।”

मंगलवार को जलनिकासी के बाद डीएम के आदेश पर पूरे वार्ड में फॉगिंग और कीटनाशकों का छिड़काव कराया गया। वार्ड के सभासद हर्ष पाल उर्फ बंटू ने कहा— “डीएम मयूर दीक्षित जनता के सच्चे हितैषी हैं। उनकी सक्रियता के कारण ही यह बड़ी समस्या इतनी जल्दी खत्म हुई।”
जलभराव और गंदगी की समस्या का समाधान होने पर स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक टीम का स्वागत किया और कहा “थैंक यू डीएम साहब, आपने हमारी मुश्किल को तुरंत समझा और हल किया, डीएम हो तो ऐसा।”