हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अधिष्ठात्री माया देवी मंदिर प्रांगण से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पवित्र छड़ी यात्रा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने छड़ी का अभिषेक कर पूजा-अर्चना की और संतों का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की व्यापकता और उत्तराखंड की विविधता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा जूना अखाड़े से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बद्रीनाथ होते हुए कुमाऊं मंडल के तीर्थ स्थलों से होकर हरिद्वार वापस लौटेगी।

सीएम धामी ने कहा कि वर्ष 2027 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ को भव्य और दिव्य रूप से आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं। उन्होंने कहा कि हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर बनने के बाद धर्मनगरी हरिद्वार भी अयोध्या और काशी की तरह भव्य स्वरूप में नजर आएगी। उन्होंने लैंड जेहाद, लव जेहाद व अन्य षड्यंत्रों से सावधान रहने की बात कहते हुए सनातन संस्कृति की रक्षा का आह्वान किया।

अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि ने बताया कि 70 साल बाद यह यात्रा 2019 में पुनः शुरू हुई थी और अब नियमित रूप से आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविन्द्र पुरी, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर कैलाशानंद गिरी, जूना अखाड़े के महामंत्री हरिगिरी, विधायक मदन कौशिक, प्रदीप बत्रा, आदेश चौहान, मेयर किरण जैसल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल समेत बड़ी संख्या में संत, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।

