हरिद्वार – मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में आज उस वक्त नया मोड़ आ गया जब कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रीतम सिंह जैसे दिग्गत कांग्रेसी नेता मंगलौर चौकी पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
इस दौरान ममता राकेश, वीरेंद्र जाति और रवि बहादुर समेत कई कांग्रेस विधायक भी मौजूद रहे। पुलिस की कार्यशैली से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलौर कस्बा चौकी में नारेबाजी भी की। इस दौरान मंगलौर विधानसभा से
कांग्रेस प्रत्याशी काज़ी निजामुद्दीन ने पुलिस पर उत्पीड़न और जबरन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सरकार के राज में आज उनके एक पार्षद और उनके भाई को चौकी बुलाकर बैठा लिया गया। पुलिस से सवाल पूछने पर बताया गया कि साल 2001 के किसी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।काजी निजामुद्दीन ने कहा कि पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर उन्हें खुद चौकी में जाकर धरना देना पड़ा। यदि भाजपा सरकार उनसे घबरा गई है तो कार्यकर्ताओं को छोड़कर उन्हें ही थाने बैठा लिया जाए।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार डर गई है। दोनों विधानसभा के उपचुनाव भाजपा के हाथ से निकल रहे हैं इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने का काम पुलिस से करवाया जा रहा है। यह केवल हरिद्वार ही नहीं पूरे उत्तराखंड हो रहा है। शांतरशाह गैंगरेप और हत्या के मामले में भाजपा नेता का नाम आना और फिर भाजपा पार्टी से निकालना दर्शाता है कि वो दोषी है। कांग्रेस इस उत्पीड़न को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस के धरने की सूचना के बाद सीओ मंगलौर विवेक कुमार और एसएचओ मंगलौर अमरचंद शर्मा मौके पर पहुंचे और कांग्रेस नेताओ को समझाबुझा कर मामले को शांत किया।