हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र को धरातल पर उतारते हुए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) ने सुशासन की दिशा में एक और सफल पहल की है। आवासीय एवं व्यवसायिक भवनों के मानचित्रों की त्वरित स्वीकृति के उद्देश्य से आयोजित किए गए सुशासन कैंप जनता के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं। HRDA द्वारा अब तक कुल 9 सुशासन कैंपों का आयोजन किया गया। जिनमें नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी दिखाई और कुल मिलाकर 446 मानचित्र स्वीकृत किए गए। हालांकि बुधवार को आयोजित सुशासन कैंप में पिछले कैंप के शेष 60 मामलों सहित कुल 80 भवन मानचित्र आवेदन प्राप्त हुए।
अब तक की प्रमुख उपलब्धियां
सुशासन कैंपों का मुख्य उद्देश्य प्रक्रियाओं को सरल बनाना, समयबद्ध समाधान देना और जनता को संतोषजनक सेवा प्रदान करना रहा है। इन शिविरों के माध्यम से भवन मानचित्र स्वीकृति जैसी तकनीकी प्रक्रिया को आमजन की पहुँच में लाया गया है। कुल 577 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें आवासीय भवन मानचित्र 499, व्यवसायिक भवन मानचित्र 78 आवेदन थे। कुल स्वीकृत मानचित्र 446 और स्वीकृति से प्राप्त आय ₹898.16 लाख रही।

जनता का मिला भरपूर समर्थन
HRDA अधिकारियों के अनुसार, कैंपों में स्थानीय नागरिकों ने बड़ी संख्या में पहुँच कर अपने आवेदन प्रस्तुत किए। मौके पर ही तकनीकी टीम द्वारा दस्तावेजों की जांच, स्थल निरीक्षण और आवश्यकतानुसार परामर्श भी प्रदान किया गया। इससे आवेदकों को विभागीय चक्कर लगाने से राहत मिली।

प्राधिकरण की तत्परता
हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बताया कि इन कैंपों के माध्यम से पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा रही है। तकनीकी स्टाफ, अभियंता और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर उपस्थित रहकर आवेदनकर्ताओं को त्वरित समाधान दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री के सुशासन के विजन की झलक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में बेहतर प्रशासनिक प्रणाली, पारदर्शिता एवं डिजिटल प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं। HRDA द्वारा आयोजित यह कैंप उसी नीति के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। भवन मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया को सरल, शीघ्र और सुलभ बनाकर आमजन को सीधा लाभ मिल रहा है।