हरिद्वार, संवाददाता। हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में नहर पटरी पर हुई एयरफोर्स के रिटायर्ड जवान भगवान सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक के बेटे यशपाल ने ही करोड़ों की संपत्ति के लालच में अपने पिता की हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद पुलिस को झूठी सूचना देकर गुमराह किया। पुलिस ने आरोपी यहपाल और उसके दो दोस्तों राजन उर्फ ललित मोहन और शेखर को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। दरअसल दो दिन पहले मृतक के बेटे ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके पिता की लिफ्ट लेने के वाले एक अज्ञात बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम द्वारा मृतक के बेटे से पूछताछ कि तो उसके द्वारा बताया की वह किसी दोस्त को शादी में जा रहा था। जब दोस्त के बारे में पूछताछ की गई तो वो सही से जवाब नहीं दे पाया। जिससे शक की सुई बेटे पर ही घूमने लगी। कई घंटों चली पूछताछ में आरोपी बार बार अपने बयान बदलता रहा व सही जानकारी नहीं दे पाया। थक हार बेटे ने अपना जुर्म क़बूल कर बताया कि उसने ही दोस्तो के साथ मिलकर पिता की हत्या की है।

करोड़ों की प्रॉपर्टी के लालच में कार्रवाई अपने ही पिता की हत्या
मृतक रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफ़िसर था।, जिसके पास करोड़ों की संपत्ति थी। मृतक का बेटे की गलत संगती व गलत आदतों के कारण बेटे के साथ सम्बन्ध ठीक नही थे व मृतक के पुत्र द्वारा अपने पिता को सम्पति अपने नाम पर करने के लिए भी लगातार दबाव बनाया जा रहा था लेकिन मृतक द्वारा पुत्र के नाम सम्पति करने से मना कर दिया था। अपनी सम्पति से भी बेदखल करने के लिए कहा था। जिससे नाराज बेटे यशपाल द्वारा अपने दोस्तो ललित मोहन उर्फ राजन व शेखर निवासीगण सीतापुर ज्वालापुर हरिद्वार के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या करने की योजना बनाई। दोनों दोस्तों को हत्या के बाद 30 लाख रूपये व 01 स्कोर्पियो देना तय किया था।
ऐसे रची थी हत्या की साजिश
तीनो आरोपी यशपाल, ललित मोहन उर्फ राजन व शेखर द्वारा तय किया कि मृतक का पुत्र यशपाल मृतक भगवान सिंह को शादी में रोशनाबाद जाने के बहाने से रात में ज्वालापुर बहादराबाद नहर पटरी पर लेकर आयेगा। तभी राजन व शेखर जटवाला पुल से आगे बैराज के पास मिलेगें। यशपाल, राजन को अपना दोस्त बताकर शादी में जाने के बहाने कार में बैठायेगा व इसी दौरान भगवान सिंह की गोली मारकर हत्या कर देगें। तीनों आरोपियों ने प्लान के मुताबिक बिल्कुल वैसा ही किया लेकिन पुलिस के सूझबूझ के आगे वो टिक न पाए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। बीती 29 नवम्बर की दोपहर में नहर पटरी ज्वालापुर बहादराबाद पर रेकी की थी व उसके बाद रात में मृतक के पुत्र यशपाल ने अपने पिता भगवान सिंह को रोशनाबाद में दोस्त की झूठी शादी का बहाना बनाकर रात करीब आठ बजे कार से अपने साथ लेकर जटवाला पुल से आगे डैम पर पहुंचे। जहां पर पूर्व से ही ललित मोहन उर्फ राजन व शेखर इंतजार कर रहे थे। यशपाल द्वारा अपने पिता को स्वंय गाडी चलाने के लिए गाडी रूकवाई व स्वंय ड्राईवर सीट पर आ गया। इसी दौरान राजन भी गाडी के पास आया व यशपाल द्वारा राजन को अपना दोस्त बताकर गाडी में बैठा लिया था। ललित मोहन उर्फ राजन द्वारा अपने पास लिये तमंचे से भगवान सिंह की कनपटी पर 02 राउण्ड फायर कर उनको मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद ललित मोहन उर्फ राजन गाडी से उतरकर मौके से फरार हो गया था व मृतक के पुत्र द्वारा घटना के कुछ समय बाद पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गयी थी।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष बहादराबाद अंकुर शर्मा, एसएसआई नितिन बिष्ट, एसआई अमित नौटियाल, एसआई उमेश कुमार, एसआई जगमोहन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल होशियार सिंह, सिपाही, बलवंत सिंह, वीरेन्द्र चौहान, मुकेश नेगी, शाहआलम, ड्राईवर वीरेन्द्र सिंह साथ ही पुलिस टीम कोतवाली रानीपुर से कोतवाली प्रभारी शांति कुमार गंगवार सिपाही नरेंद्र राणा, उदय चौहान, सी0आई0यू0 हरिद्वार से इंस्पेक्टर नरेन्द्र सिंह बिष्ट, सिपाही नरेन्द्र सिंह, उमेश, हरवीर सिंह और वसीम शामिल रहे।

