हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुशासन की अवधारणा को अमल में लाते हुए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण यानी एचआरडीए द्वारा चलाए जा रहे सुशासन कैंपों में अब तक कुल 250 भवन मानचित्रों को मौके पर स्वीकृति दी जा चुकी है। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, सरल और जनहितकारी सिद्ध हो रही है। सुशासन कैंप मई माह की विभिन्न तारीखों में आयोजित किए जा रहे हैं।
सुशासन कैंप के तीसरे चरण में सोमवार को भगवानपुर ब्लॉक कार्यालय और हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के हरिद्वार स्थित कार्यालय में कैंप आयोजित कर नक्शे स्वीकृत किए। इस कैंप में 110 मानचित्र आवेदन प्राप्त हुए। इसमें से 89 आवासीय भवन मानचित्र और 21 व्यवसायिक भवन मानचित्र थे। इनमें से मौके पर 77 मानचित्रों को स्वीकृति प्रदान कर दी गई। बाकी आवेदनकर्ताओं को आवश्यक दस्तावेज पूरे करने के लिए बोला गया है। सुशासन कैंप में अब तक 302 भवन मानचित्र आवेदन पत्र प्राप्त हुए। जिसमें से 260 आवासीय तथा 42 व्यवसायिक श्रेणी के मानचित्र आवेदन है। प्राप्त कुल आवेदन पत्रों में से 250 भवन मानचित्र स्वीकृत तथा 39 मानचित्र अस्वीकृत किये गये। 13 भवन मानचित्र कार्यवाही में है। जिन्हें आगामी 02 दिनों में क्लियर कर दिया जायेगा।

हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आईएएस अंशुल सिंह लगातार सुशासन कैंपों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुशासन कैंप के जरिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कैंप लगाकर नक्शे स्वीकृत किए जा रहे हैं। इससे लोगों को भी नक्शे स्वीकृत कराने के लिए जागरुक भी किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास करने में भी सहयोग मिल रह है।
सुशासन कैंप इस दिन लगेंगे
सुशासन कैंप अब सात मई को भगवानपुर ब्लॉक आफिस और हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण आफिस में आयोजित किया जाएगा। नौ और 13 मई को बहादराबाद ब्लॉक आफिस और एचआरडीए आफिस में आयोजित होगा। जबकि 15, 19 और 21 मई को हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के हरिद्वार आफिस में आयोजित किया जाएगा। सभी उपभोक्ताओं से आग्रह है कि सुशासन कैंप में पहुंचकर बिना किसी समस्या के अपने नक्शे स्वीकृत कराएं। आगामी सुशासन कैंप 7 मई को भगवानपुर ब्लॉक कार्यालय और एचआरडीए कार्यालय हरिद्वार में आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद 9 व 13 मई को बहादराबाद ब्लॉक कार्यालय एवं 15, 19 और 21 मई को एचआरडीए कार्यालय में कैंप आयोजित होंगे। प्राधिकरण ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन कैंपों में भाग लेकर बिना किसी परेशानी के अपने नक्शे स्वीकृत कराएं।