हरिद्वार। हरिद्वार के पथरी क्षेत्र की वन गुर्जर बस्ती में उस समय मातम पसर गया जब बीमारी से पीड़ित एक बुजुर्ग महिला की मौत की खबर पाकर घर लौट रहे उनके बेटे की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। गुरुवार को यह हादसा रुद्रप्रयाग जिले में हुआ जब टैम्पो ट्रैवलर चालक दिलशाद यात्रियों को छोड़कर वापस लौट रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पथरी क्षेत्र की गुर्जर बस्ती निवासी वहीदा (70) का गुरुवार सुबह बीमारी के चलते निधन हो गया। उनकी मौत की खबर सुनकर बेटा दिलशाद (45) चारधाम यात्रा पर गए यात्रियों को केदारनाथ मार्ग पर फाटा में उतारकर तुरंत हरिद्वार लौटने के लिए निकल पड़ा। लेकिन दोपहर में रुद्रप्रयाग के समीप डोलियां देवी के पास उसका वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा।
राहगीरों की सूचना पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और खाई से दिलशाद के शव को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। शव को पोस्टमार्टम के लिए रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल भेजा गया है।
आज एक साथ उठेगा मां-बेटे का जनाजा —
परिवार पहले से ही वहीदा की मौत से दुखी था, लेकिन दोपहर को बेटे दिलशाद की दुर्घटना में मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। गुरुवार शाम को वहीदा का जनाजा उठाया जाना था, लेकिन अब शुक्रवार को मां और बेटे दोनों का जनाजा एक साथ उठेगा। मृतक के ने बताया कि पूरा परिवार दिलशाद का इंतजार कर रहा था ताकि वह मां के अंतिम दर्शन कर सके। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। उन्होंने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही वह ग्रामीणों के साथ रुद्रप्रयाग के लिए रवाना हो गए।
तीन बेटियों और एक बेटे का था पिता —
दिलशाद तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और पेशे से टैक्सी चालक था। वह पिछले कई वर्षों से टैम्पो ट्रैवलर चला रहा था और चारधाम यात्रियों को लाने-ले जाने का कार्य करता था। उसके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटियां मुस्कान, तान्या और सानिया तथा एक बेटा पराग है। मां से बेहद लगाव रखने वाले दिलशाद ने घर लौटने से पहले परिजनों को वादा किया था कि वह शाम तक पहुंच जाएगा।
क्षेत्र में शोक की लहर —
घटना की खबर फैलते ही पथरी की वन गुर्जर बस्ती में बड़ी संख्या में लोग मृतक के घर पर पहुंच गए। शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने वालों का तांता लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि एक ही दिन में मां और बेटे की मौत ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।