अनिल शर्मा लालढांग।
हरिद्वार, 20 जून। हरिद्वार के गैंडीखाता क्षेत्र में बिना अनुमति और मान्यता के संचालित हो रहे तीन मदरसों को प्रशासन ने शुक्रवार को सीज कर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर चल रहे अवैध मदरसों के विरुद्ध अभियान के तहत यह बड़ी कार्रवाई की गई है। हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के आदेश पर उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार और श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा की अगुवाई में पुलिस बल के साथ छापेमारी कर तीन मदरसों को बंद कराया गया।

जिन मदरसों पर यह कार्रवाई हुई, उनमें कासमिया दावत उल उलूम (सेक्टर-6, अबरार मस्जिद के निकट), इमदादिया दारुल उलूम (सेक्टर-8, आयसा मस्जिद के पास) और जामिया इस्लामिया गुजरान कालागढ़ बस्ती (गुज्जर बस्ती, गैंडीखाता) शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक यह मदरसे न तो किसी शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त थे और न ही इनका कोई वैध पंजीकरण उपलब्ध था। फिर भी इन संस्थानों में शिक्षण गतिविधियां संचालित की जा रही थीं। जिनके संबंध में जब संबंधित प्रबंधकों से दस्तावेज मांगे गए तो वे वैध प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके। प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान एहतियातन क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती की, ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे और किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैले।

इस छापेमारी के बाद प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में संचालित सभी शिक्षण संस्थानों की जांच की जाएगी और जो भी संस्था अवैध रूप से चल रही होगी, उसके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई को लेकर क्षेत्र में चर्चा का माहौल है। कुछ लोगों ने प्रशासन की पहल को सराहा है। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई केवल नियमों के पालन और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है।