उत्तराखंड। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हो रही तेज बारिश के बीच यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी। घटना स्थल पर निर्माणाधीन होटल पूरी तरह तबाह हो गया है और वहां कार्य कर रहे कई श्रमिक लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन की ओर से तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के साथ सेना के जवानों ने राहत-बचाव कार्य में जुटकर अब तक कई इलाकों को खंगाला है।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार, घटनास्थल तक मशीनें नहीं पहुंच पा रही हैं, इसलिए बचाव कार्य हाथों और छोटे उपकरणों से ही किया जा रहा है। अब तक 15 लोगों की टीम राहत में जुटी है जबकि 45 सदस्यीय अतिरिक्त टुकड़ी रास्ते में है।सचिव सुमन ने बताया कि श्रमिक या तो मलबे में दबे हैं या तेज बहाव में बह गए हैं। सभी को खोजने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया और अधिकारियों से तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना मिली है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मैं स्वयं पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहा हूं।”
इधर लगातार हो रही बारिश से यमुनोत्री हाईवे का हिस्सा कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे संपर्क मार्ग बाधित हो गया है। मार्ग बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग की टीमों को लगाया गया है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे और भी सतर्क रहने की चेतावनी दी है। स्थिति गंभीर, मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों विशेष रूप से उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में अगले 48 घंटे भारी बारिश का अनुमान है। शासन ने सभी जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।