लक्सर, हरिद्वार। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने उत्तराखंड की प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन करते हुए नए पदाधिकारियों की सूची जारी की है। इसमें हरिद्वार निवासी शिवम कश्यप को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया गया है। उनके साथ ही कई जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों की भी घोषणा की गई है।

बसपा की ओर से जारी सूची के मुताबिक, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी हरिद्वार के अमरजीत सिंह को दी गई है। पवन पाल (हरिद्वार) को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, बी. आर. धोनी (अल्मोड़ा), नन्द गोपाल गौतम (नैनीताल), राजदीप मैनवाल, रतिराम (दोनों हरिद्वार), संजय खत्री, सत्येन्द्र सिंह (दोनों टिहरी गढ़वाल) को प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है।
इसके अलावा प्रदेश सचिव पद के लिए भुवन चन्द्र आर्य (नैनीताल), नारायण राम (अल्मोड़ा), धीर सिंह विष्ठ, डा. मनीराम (दोनों पौड़ी गढ़वाल) को चुना गया है। सूरजमल (हरिद्वार) को कोषाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि शिवम कश्यप (हरिद्वार) को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नामित किया गया है। जिला इकाइयों में भी बड़ा बदलाव किया गया है। अनिल कुमार को देहरादून का जिलाध्यक्ष, मदन पाल को हरिद्वार का जिलाध्यक्ष, और विनोद गौतम को उधम सिंह नगर का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश की समस्त जिला एवं विधानसभा कमेटियों को भंग कर दिया गया है।

बसपा सुप्रीमो मायावती के इस फैसले को आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति के तहत देखा जा रहा है। पार्टी ने संगठन को मजबूत करने और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की दिशा में यह कदम उठाया है। नव नियुक्त पदाधिकारियों से उम्मीद जताई गई है कि वे बसपा की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाकर संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे।

बात दे कि शिवम कश्यप इससे पहले बसपा के प्रदेश सचिव रह चुके हैं। भाजपा छोड़ने के बाद निकाय चुनाव में उनके योगदान को देखते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला लिया था। नई जिम्मेदारी मिलने पर शिवम कश्यप ने पार्टी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की रीति नीति को आगे बढ़ाने के साथ साथ संगठन की मजबूती के लिए वो नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम करेंगे। उनका मानना है कि बसपा का जनाधार आज भी कम नहीं हुआ है। पार्टी में नेताओं की कमी नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की जो कमी है, उसे पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करेंगे।