हरिद्वार। योगगुरु स्वामी रामदेव ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी सांसद द्वारा बाबरी मस्जिद के शिलान्यास वाले बयान का पलटवार किया और कहा कि बाबर एक आक्रांता था। जिनको बाबर को पूजना है, उनकी बाबर के साथ ही कब्र खुदेगी।
बता दे कि अभी हाल ही में पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने एक कार्यक्रम में एलान किया है कि वे 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास करेंगे। तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर के इस एलान के बाद से देश की राजनीति गरमा गई है। इसको लेकर भाजपा ने भी टीएमसी पर चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया। योगगुरु स्वामी रामदेव ने तो इस पर आक्रामक बयान दिया और कहा कि बाबर को देश में पूजा नहीं जा सकता, वो एक आक्रांता था और जो बाबर को पूजेगा, उसकी बाबर के साथ ही कब्र खुदेगी।

दरअसल गुरुकुल आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष और महर्षि दयानंद की 200 वीं जयंती के अवसर पर आज गुरुकुल महाविद्यालय में आर्य समाज द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया और भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई। इस दौरान स्वामी रामदेव ने टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के बाबर मस्जिद को लेकर दिए बयान पर पलटवार किया। स्वामी रामदेव ने कहा कि विदेशी आक्रांता महान नहीं थे बल्कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी के साथ ही ऋषि और वीरांगनाएं महान थे। हमें उनकी महानता के पाठ पढ़ने चाहिएं। उन्होंने कहा कि सृष्टि के मूल सिद्धांतों को मानने वाला सनातन धर्म है और सृष्टि के सिद्धांतों से ही ब्रह्मांड चलता है। कहा कि ये सनातन का गौरव काल है, सनातन के जितने भी प्रतीक चिन्ह हैं, उन सबको सम्मान मिल रहा है। ये अच्छी बात है। बाबरी मस्जिद

