हरिद्वार, 05 अक्टूबर। शांतरशाह गैंगरेप हत्या और वसीम प्रकरण को लेकर नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद और खानपुर विधायक उमेश कुमार ने आज रोशनाबाद मुख्यालय पर धरना दिया। बड़ी संख्या में धरने में शामिल लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांतरशाह गैंगरेप और हत्या में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। रुड़की के माधोपुरा में वसीम नाम के युवक की हत्या में भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हरिद्वार की धरती से उनका पुराना जुड़ाव है और यहां के किसी भी नागरिक की आवाज को उठाने से कभी पीछे नहीं हटेंगे। साथ ही कहा कि हरिद्वार में कानून व्यवस्था चरमरा गई है और जल्द ही पीड़ितों को न्याय नहीं मिला तो सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वही विधायक उमेश कुमार ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर शांतरशाह प्रकरण में राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हरीश रावत बेटे को जिताने के लिए आंसू बहा सकते हैं लेकिन गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया।
रोड़ शो में भी जुटाई भारी भीड़ ….. धरने प्रदर्शन से पहले दोनों नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। गांव दर गांव जाकर लोगों से लड़ाई में शामिल होने की अपील की गई थी। शनिवार को मेहनत रंग लाई और कोर कॉलेज पर सुबह से ही भारी भीड़ जुटने लगी। दोपहर से पहले काफिले के साथ दोनों नेता रोशनाबाद मुख्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शन और धरने के बाद जिला प्रशासन ने मानी मांगें …. धरने प्रदर्शन का गहरा असर हुआ। प्रशासन ने शांतरशाह गैंगरेप और हत्या मामले एसआईटी से दोबारा जांच कराने पर सहमति जताई। साथ ही वसीम प्रकरण में एसपी क्राइम की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर 5 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।