हरिद्वार। – जूना अखाड़े के दिवंगत महामंडलेश्वर और जाने-माने संत रहे पायलट बाबा की मौत की एसआईटी जांच होगी। हरिद्वार के एसएसपी ने एसपी सिटी की अगुवाई में एसआईटी का गठन कर दिया है। पायलट बाबा के एक शिष्य संत ब्रह्मानंद गिरी ने एसएसपी हरिद्वार को पत्र भेजकर आश्रम के कुछ संतों पर पायलट बाबा के इलाज में लापरवाही बरतने और करोड़ों की संपत्तियां को खुर्द बुर्द करने का आरोप लगाते हुए पूरे प्रकरण की जांच की मांग की थी।
पायलट बाबा का पुराना फोटो, जब वो सेना में विंड कमांडर थे।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल का कहना है कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। Sp सिटी के नेतृत्व में sit का गठन कर दिया है, जल्दी जांच रिपोर्ट आ जाएगी।
वैसे तो देशभर में पायलट बाबा के कई आश्रम हैं। हरिद्वार स्थित उनके आश्रम प्रबंधन ने किसी भी प्रकार की लापरवाही होने से इनकार किया लेकिन sit जांच का समर्थन जरूर किया। पायलट बाबा के शिष्य स्वामी ज्ञान मित्र ने कहा कि एसआईटी की जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा।
पायलट बाबा की उत्तराधिकारी तीनों शिष्या
गौरतलब है कि बीते अगस्त महीने में पायलट बाबा का निधन 86 साल की उम्र में हुआ था। पायलट बाबा के निधन के बाद। उनकी तीन महिला साध्वी शिष्यों को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया है। मुख्य रूप से जापानी शिष्या योगमाता केको आइकवा, साध्वी चेतना गिरी और साध्वी श्रद्धा गिरी को उत्तराधिकारी के रूप में चुना गया।