हरिद्वार, 8 दिसम्बर। राज्य अतिथि गृह में पहंुची साध्वी पूनम माता ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अपने अन्दर की रोशनी को पहचाने। मनुष्य को सेवा भाव में अपना समय बिताना चाहिए। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक अपनाने से जीवन में बदलाव आता है। अपने अंदर की रोशनी को पहचानना है तो एकाग्रता पर फोकस करें। देश दुनिया में सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने तीन दिवसीय कार्यक्रम की जानकारी दी।
उन्होंने बातया कि शीतला माता में ब्रह्मलीन बाबा सेवानंद महाराज एवं बाबा नीम करोली की याद में भक्तों प्रसाद वितरित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पितृ पूजन, गृह पूजा आदि भी की जायेगी जिसमें भक्तगण शामिल होगे। साध्वी पूनम माता ने कहा कि अपने गुरुओं के बताये हुए मार्गोें का अनुसरण करते हुए निस्वाथ सेवा करनी चाहिए। संकटों से मुक्ति चाहनी है तो गुरु के बताये हुए मार्गों पर चलना होगा। गुरु ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप है।
साध्वी पूनम माता ने कहा कि युवक युवतियां गुमराह हो रही है उन्हें सभी मार्ग पर लाना ही हमारा जीवन का लक्ष्य है और लोगों की भलाई के लिये काम करें। आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, फलोरिडा, बैलजियम, अमेरिका आदि से भी भक्तगण धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेगें।