हरिद्वार। गंगा संरक्षण के दावों के बीच हरिद्वार में चंडीघाट पुल के नीचे अवैध खनन का मामला सामने आया है। गंगा में भू कटाव रोकने की योजना की आड़ में बीते कई दिनों से भारी मशीनों जैसे जेसीबी और पोकलैंड की मदद से अवैध खनन किया जा रहा है। वायरल वीडियो में आरोप लगाया गया कि यह सब कार्य तटबंदी की मरम्मत के नाम पर हो रहा है लेकिन हकीकत में गंगा से निकाली जा रही रेत और बजरी का प्रयोग निर्माण कार्य में किया जा रहा है जो नियमों के खिलाफ है। यूपी के ठेकेदारों पर अवैध खनन के आरोप लगाए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा गंगा तट पर किए जा रहे इस कार्य में खनिज सामग्री बाहर से लाने का प्रावधान है लेकिन ठेकेदार गंगा से ही रेत-बजरी निकालकर सीधे उपयोग कर रहे हैं। यह न सिर्फ खनन नियमों का उल्लंघन है बल्कि सरकार को राजस्व की भारी हानि भी पहुंचा रहा है। गंगा में जेसीबी और पोकलैंड मशीनों के संचालन से जुड़े वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो के सामने आने के बाद गंगा संरक्षण को लेकर काम करने वाले संगठनों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि गंगा में इस तरह मशीनें चलाना पूरी तरह प्रतिबंधित है फिर भी यह कार्य खुलेआम किया जा रहा है। लोगों की मांग है कि इस प्रकरण में शामिल सभी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और आगे से ऐसे कार्यों पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाए ताकि गंगा का प्राकृतिक स्वरूप और पर्यावरण संतुलन बना रहे। हालांकि हम वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करते लेकिन गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देने की परम आवश्यकता है।

हरिद्वार में गंगा रक्षा के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन ने अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए अपने कई संतो को बलिदान कर दिया और आज भी यह संस्था गंगा नदी के संरक्षण और संवर्धन के लिए अवैध खनन के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। बलिदानों के बावजूद भी अधिकारी अवैध खनन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। यहां सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किसकी परमिशन से गंगा में प्रतिबंधित पोकलैंड मशीन उतारी गई है।
वहीं दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और जिला खनन अधिकारी को मौके पर जाकर तत्काल जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गंगा की अविरलता और निर्मलता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।