हरिद्वार, 01 अक्टूबर। हरिद्वार में एक बुजुर्ग महिला को उसके ही बेटों द्वारा घर से निकाले जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित बुजुर्ग महिला ने जब यह शिकायत डीएम के जनता दरबार में उठाई तो डीएम ने तुरंत कार्रवाई की और पुलिस को पीड़ित महिला के घर भेजकर बेटों को सबक सिखाने का काम किया।
दरअसल हरिद्वार जिले में प्रत्येक महीने के पहले और मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन होता और सभी तहसीलों में जनता की समस्याएं सुनी जाती हैं। मंगलवार को डीएम कर्मेंद्र सिंह ने हरिद्वार तहसील में जनता दरबार लगाया और प्राप्त 36 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया।
36 शिकायतों में से एक शिकायत ऐसी थी जिसे सुनकर सभी अधिकारी, शिकायत करने आए अन्य फरियादी भी आश्चर्यचकित हो गए। जनता दरबार में पहुंची बुजुर्ग महिला शांति देवी ने डीएम कर्मेंद्र सिंह को बताया कि साहब बुढ़ापे में उसे बेटों ने घर से बाहर निकाल दिया है और वो इधर उधर रहकर अपना गुहार बसर करने को मजबूर है। डीएम ने शिकायत सुनते ही मौके पर मौजूद पुलिस को पीड़िता के घर जाकर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
डीएम का निर्देश मिलते ही ज्वालापुर एसएसआई नितिन चौहान और अन्य पुलिसकर्मी बुजुर्ग महिला के घर पहुंचे और बेटों को सख्त हिदायत देते हुए अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया। इतना ही महिला को भी सम्मान के साथ घर पर छोड़ा। इसके बाद बुजुर्ग महिला ने डीएम का आभार व्यक्त किया। वहीं डीएम कर्मेंद्र सिंह द्वारा किए गए इस कार्य की जमकर सराहना की जा रही है। बता दे कि डीएम कर्मेंद्र सिंह ने जब से हरिद्वार में कुर्सी संभाली है तब से वो रोजाना एक के बाद एक बड़ी कारवाई कर रहे हैं और ये कार्रवाई जनता पर नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों पर की जा रही है। अभी तक उन्होंने कई दफ्तरों में जाकर छापेमारी और औचक निरीक्षण किया है और समय से ड्यूटी पर न पहुंचने वालों को नोटिस भी जारी किए हैं। लिहाजा जनता उनके इस प्रयास की सराहना भी कर रही है और कह रही है “डीएम हो तो ऐसा”