हरिद्वार। रोह नदी पर सुकरासा पुल निर्माण के लिए राजनीति शुरू हो गई है। बजट जारी होने के बाद हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा के पूर्व भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद और वर्तमान कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत आमने सामने हैं। दोनों ही पुल बनाने के लिए अपने अपने प्रयास का दावा कर रहे हैं। शनिवार को दोनों के बीच श्रेय लेने की होड़ दिखाई दी। दरअसल रोह नदी पर पुल के निर्माण के लिए बजट जारी कर दिया गया है। लगभग साढ़े 5 करोड़ रुपए की लागत से जल्द पुल बनकर तैयार होगा। इस योजना के लिए शासनादेश जारी होने पर विधायक अनुपमा रावत ने खुशी जताई है, उन्होंने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अधिकारियों से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की।
लेकिन पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने भी अपना दावा ठोक डाला और शनिवार शाम को पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद के वेद निकेतन आश्रम में उनके समर्थक एकत्रित हुए और मिठाई खिलाकर स्वामी यतीश्वरानंद को पुल निर्माण का बजट जारी होने की शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पुल ग्रामीण क्षेत्र की जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बड़ी संख्या में लोग यहां से आवाजाही करते हैं। वो खुद मुख्यमंत्री से मिले और पुल निर्माण की स्वीकृति ली। उन्होंने बताया कि उन्होंने जो प्रस्ताव बनाकर भेजा था उसी पर पुल बनाने का एस्टीमेट भी तैयार किया गया है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है। उन्होंने अनुपमा रावत का नाम न लेते हुए कहा कि कोई कितने भी पोस्टर बेनर लगा ले, जनता सब जानती है। इस बार दोबारा जनता गुमराह होने वाली नहीं है।
बाहरहाल पुल का निर्माण किसी के भी प्रस्ताव पर होगा लेकिन इसका फायदा जनता को होने वाला है। ग्रामीण क्षेत्र में इस पुल से रोजाना हजारों ग्रामीण आवाजाही करते हैं। किसानों को परेशानी उठानी पड़ती है। पुल बनने के बाद सभी को राहत मिलने वाली है।