हरिद्वार। सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स बढ़ाने की सनक किस हद तक जा सकती है। इस खबर को पढ़ने के बाद ही आप अंदाजा लगा सकते हैं। हरिद्वार जिले के रुड़की में 12 लड़कों ने एक नाबालिग छात्र का अपहरण कर लिया और उसकी पिटाई का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर वायरल कर दिया। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले में पुलिस ने 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
मामला रुड़की के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र का है। रुड़की निवासी मुनीत राजपूत ने पुलिस को तहरीर दी है कि उसका बेटा बुधवार शाम करीब चार बजे ट्यूशन पढ़ने जा रहा था। इसी दौरान रामनगर इलाके में अलग-अलग स्कूटी पर सवार 12 लड़कों ने उसे घेर लिया और जबरन स्कूटी पर बिठाकर रामनगर औद्योगिक क्षेत्र की ओर ले गए। वहां एक सुनसान जगह पर ले जाकर बेल्ट और डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। छात्र की चीख-पुकार सुनकर कुछ लोग मौके पर पहुंचे लेकिन हमलावर इतने बेखौफ थे कि भीड़ जुटने के बावजूद छात्र को पीटते रहे। पीड़ित का मोबाइल फोन भी हमलावरों ने तोड़ दिया ताकि वह किसी को कॉल न कर सके। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमलावरों ने पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। पीड़ित परिवार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
गंगनहर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि मुनीत राजपूत की तहरीर के आधार पर तीन नामजद और नौ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया कि वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी लड़के भी नाबालिग हैं।
पुलिस की चुनौती –
यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल और नाबालिगों में वायरल होने की होड़ को उजागर करता है। फॉलोवर्स और लाइक्स के पीछे इस हद तक जाना बेहद चिंताजनक है। कभी जान जोखिम में डाली जा रही हैं तो कभी अपराध करने से भी पूछे नहीं हट रहे हैं। पुलिस अब साइबर सेल की मदद से वीडियो अपलोड करने वालों की भी जांच कर रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहीं किसी गैंग के इशारे पर यह सब नहीं किया गया।