अनिल शर्मा , लालढांग।
हरिद्वार। लालढांग ग्राम पंचायत में प्रधान पद के उपचुनाव का प्रचार अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। प्रत्याशी गीता जोशी ने पूरी ताकत झोंकते हुए डालूपुरी मोहल्ला, पुरी नयागांव, चमरिया, लालढांग, नेपाली बस्ती और काली बस्ती समेत कई क्षेत्रों में सघन जनसंपर्क किया। घर-घर जाकर उन्होंने मतदाताओं से सीधा संवाद किया और अपने पक्ष में समर्थन मांगा। गीता को खासतौर पर महिलाओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है, जो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रचार में जुटी हैं।
गीता जोशी ने जनसंपर्क के दौरान कहा कि यदि उन्हें ग्राम प्रधान चुना गया तो वे पंचायत में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पेयजल और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास को प्राथमिकता देंगी। उन्होंने खुद को एक शिक्षित, ईमानदार और कर्मठ प्रत्याशी बताते हुए कहा, “गांव की सेवा ही मेरा धर्म है। मैं राजनीति को सेवा का माध्यम मानती हूं और ग्रामवासियों के हर छोटे-बड़े मुद्दे को पूरी संवेदनशीलता के साथ उठाऊंगी।

प्रचार के दौरान ग्रामीणों का जोश देखते ही बनता था। कई स्थानों पर महिलाओं ने गीता का स्वागत फूल-मालाओं से किया और चुनाव चिन्ह अनाज की बाली को समर्थन देने की बात कही। स्थानीय महिला समूहों और युवाओं ने भी उनके समर्थन में प्रचार का जिम्मा संभाल लिया है। गीता ने जनता से अपील की कि कल 29 मई को अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर विकास के पक्ष में अपना जनादेश दें। ग्रामीणों ने भी गीता की कार्ययोजना और सहज उपलब्धता की सराहना की। एक ग्रामीण महिला सरोज देवी ने कहा, “गीता बहन हमेशा से गांव के हर आयोजन और संकट में सबसे आगे रहती हैं। हम महिलाओं का विश्वास है कि वे प्रधान बनकर गांव का सच में भला करेंगी।”

लालढांग पंचायत का यह उपचुनाव क्षेत्रीय राजनीति में खास महत्व रखता है। मुकाबला सीधा है और दोनों प्रमुख प्रत्याशी विकास के मुद्दों को लेकर आमने-सामने हैं। लेकिन गीता की साफ-सुथरी छवि और जमीनी जुड़ाव ने उन्हें मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। अब देखना यह होगा कि कल 29 मई को जनता का जनादेश किसके पक्ष में जाता है। लेकिन यह तय है कि गीता जोशी ने अंतिम दिन तक जोरदार प्रचार कर मैदान को पूरी तरह संघर्षपूर्ण बना दिया है