अनिल शर्मा।
लालढांग, संवाददाता। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में मंगलवार को लालढांग के गांधी चौक पर सैकड़ों कांग्रेसियों ने लालढांग चिल्लरखाल कंडी मार्ग के निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायक अनुपमा रावत, पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी शामिल रहे। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय इस मार्ग के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी और इसे बनाने की तैयारी की गई थी।

उन्होंने बताया कि मार्ग में जानवरों के लिए खतरे से बचाव के उपाय किए जाने थे। रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विकास कार्य रोक रही है और क्षेत्र की जरूरतों को अनदेखा कर रही है। धरने के दौरान हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत ने बताया कि उन्होंने पीली पड़ाव से खोखरा होते हुए श्यामपुर तक और पीली पड़ाव से मीठीबेरी तक मार्ग निर्माण के प्रस्ताव पहले ही प्रस्तुत किए हैं। हरीश रावत ने कहा कि यदि मार्ग निर्माण के लिए जरूरत पड़ी तो देहरादून में भी धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि लालढांग चिल्लरखाल मार्ग को लेकर मुख्यमंत्री से भी चर्चा की जाएगी ताकि जल्दी मार्ग का निर्माण किया जा सके। अनुपमा रावत ने यह भी कहा कि 2027 में सरकार आने पर लालढांग क्षेत्र में सिडकुल का विकास किया जाएगा।

पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि हरीश रावत ने इस मार्ग के निर्माण के लिए लगातार प्रयास किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार वोट चोरी करके बनी है और विकास कार्यों में बाधा डाल रही है।

ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि यह मार्ग कोटद्वार और लालढांग दोनों मंडलों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है और इसके निर्माण से क्षेत्र का व्यापक विकास होगा। वहीं गुरजीत सिंह लहरी ने बताया कि हरीश रावत सरकार के दौरान क्षेत्र में कई विकास कार्य हुए, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार में खनन जैसी गतिविधियां खुलेआम हो रही हैं।
मौके पर प्रमुख रूप से वीरेंद्र रावत, गुरजीत सिंह लहरी, हकीमुल्ला उस्मानी, शैलेन्द्र पाठक, शमशेर भड़ाना, ख़ेम सिंह, महेश्वरी देवी, विनोद अधिकारी, नजर हसन अंसारी, अनीस अहमद, हेमा नेगी, रीना देवी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

