हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार के नगर आयुक्त आईएएस नंदन कुमार ने शनिवार को शहर की सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने साफ-सफाई कार्यों का स्थलीय जायजा लेते हुए अधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने गंगा घाटों की सफाई को और प्रभावी बनाने और उसकी क्षमता में वृद्धि करने पर विशेष जोर दिया। नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि घाटों को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त किया जाए ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने घाटों पर सफाई कार्यों को और अधिक सुव्यवस्थित और नियमित करने की आवश्यकता पर बल दिया। मौके पर मौजूद सफाई निरीक्षकों को निर्देशित किया गया कि सफाई कार्यों की संख्या और संसाधनों में वृद्धि की जाए ताकि कार्य और अधिक प्रभावी ढंग से संपन्न हो सके।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने शहर में चल रही नाले और नालियों की सफाई का भी जायजा लिया। विशेष रूप से चैकडैम और भूरे की खोल क्षेत्र में चल रहे सफाई कार्यों को देखा गया। उन्होंने निर्माण अनुभाग को निर्देशित किया कि इन कार्यों को दो पालियों में विभाजित करके तेज गति से किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सभी कार्य वर्षा ऋतु से पहले पूर्ण कर लिए जाएं ताकि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या से बचा जा सके।

हर की पौड़ी क्षेत्र में गंगा घाटों की सफाई का विशेष निरीक्षण किया गया। इस दौरान नगर आयुक्त ने मौके पर उपस्थित सफाई निरीक्षक को निर्देशित किया कि घाटों पर साफ-सफाई की क्षमता में इजाफा किया जाए तथा कार्य अधिक प्रभावी तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता हमारी प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस निरीक्षण के दौरान नंदन कुमार के साथ उप नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी, सहायक नगर आयुक्त ऋषभ उनियाल, मुख्य सफाई निरीक्षक श्रीकांत, सफाई निरीक्षक धीरेन्द्र सेमवाल सहित अन्य निगमकर्मी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सफाई कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए और इसकी नियमित निगरानी की जाए।