हरिद्वार, संवाददाता। हरिद्वार के ज्वालापुर में सोमवार को इंसानियत और कौमी एकता की अनोखी मिसाल देखने को मिली। रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली करीब 65 वर्षीय शोभा देवी का बीमारी के चलते निधन हो गया। निधन के बाद जब कोई परिजन या परिचित आगे नहीं आया तो स्थानीय युवक नौशाद अली ने न सिर्फ जिम्मेदारी उठाई, बल्कि पूरे संस्कार विधि के साथ उनका अंतिम संस्कार कराया।

शोभा देवी लंबे समय से अकेले जीवन बिता रही थीं। पति का पहले ही निधन हो चुका था और कोई परिजन साथ नहीं था। आसपास के लोग और राहगीर ही कभी-कभार भोजन और जरूरत का सामान देकर उनकी मदद करते थे। सोमवार सुबह उनकी हालत बिगड़ने पर उन्होंने दम तोड़ दिया।

सूचना मिलते ही नौशाद अली तुरंत पहुंचे। उन्होंने अपने खर्च पर शव वाहन की व्यवस्था की, उन्हें कंधा दिया और श्मशान घाट पहुंचकर विधि-विधान के साथ दाह संस्कार कराया। उनके इस कदम की पूरे इलाके में सराहना हो रही है।

सोशल मीडिया पर जैसे ही इस मानवीय पहल के वीडियो और तस्वीरें सामने आईं, लोग नौशाद की जमकर तारीफ करने लगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि हरिद्वार की पहचान गंगा-जमुनी तहजीब से है और ऐसे लोग इस खूबसूरत परंपरा को आज भी जिंदा रखे हुए हैं।

