हरिद्वार। हरिद्वार के मायापुर स्थित सरस्वती विधा मंदिर में आज एनएसएस और स्पर्श गंगा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में गंगा सेवा विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्पर्श गंगा की राष्ट्रीय संयोजिका डॉ. आरुषि निशंक, विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय, तथा एनएसएस के जिला समन्वयक डॉ. एस.पी. सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। कार्यक्रम की शुरुआत छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत और गंगा अवतरण गीत के मधुर प्रस्तुति से हुई। प्रधानाचार्य अजय ने अपने संबोधन में कहा कि माँ गंगा और उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ और निर्मल रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

डॉ. आरुषि निशंक ने बताया कि स्पर्श गंगा अभियान 2009 से गंगा की स्वच्छता और संरक्षण हेतु निरंतर कार्य कर रहा है। यह अभियान आज न केवल भारत में, बल्कि कई अन्य देशों में भी सक्रिय है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए जागरूक बनें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

एनएसएस के जिला समन्वयक डॉ. एस.पी. सिंह ने गंगा को मोक्षदायिनी बताते हुए कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक कोई भी हिन्दू अनुष्ठान गंगाजल के बिना पूर्ण नहीं होता। ऐसे में गंगाजल की स्वच्छता बनाए रखना सिर्फ सरकारी या सामाजिक संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। अमरीश कुमार ने उपस्थित बच्चों को गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में गंगा परिवार से जुड़े दीवान सिंह, ओम प्रकाश गुप्ता, रेणु शर्मा, बिमला ढोड़ियाल, मनु रावत, रीता चमोली, मनप्रीत, मोहित, जॉनी लाम्बा और प्रिस गुप्ता ने सहयोग प्रदान किया।