हरिद्वार। प्रदोष व्यापिनी अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा द्वारा मालवीय घाट पर मां गंगा का पूजन कर भगवान परशुराम जी का पावन जन्मोत्सव बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. अधीर कौशिक ने बताया कि भगवान परशुराम जी का जन्म अक्षय तृतीया के दिन प्रदोष काल में ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के आंगन में हुआ था। वे चिरंजीवी हैं और उन्होंने शास्त्र एवं शस्त्र दोनों को धारण कर मानव कल्याण तथा धर्म की रक्षा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब समाज में आतंकवाद जैसी विध्वंसकारी प्रवृत्तियाँ फैल रही हैं, तब सनातन धर्म की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र की भी आवश्यकता है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता भागवताचार्य पं. पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आज हम सभी देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, और प्रत्येक देवता ने धर्म की रक्षा हेतु शस्त्र धारण किया है। भगवान परशुराम जी ने भी अधर्म और अन्याय के खिलाफ शस्त्र उठाया और विधर्मियों व राक्षस प्रवृत्ति के लोगों का संहार किया। वे आज भी चिरंजीवी हैं और सनातन धर्म की रक्षा के लिए सन्नद्ध हैं।
गंगा पूजन और परशुराम जन्मोत्सव के पावन अवसर पर अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से जे.पी. जुयाल, राजकुमार शर्मा, लखनपाल शर्मा, ऋषि शर्मा, जलज कौशिक, सत्यम शर्मा, राधे शर्मा, जे.पी. बडोनी, रविदेव महाराज, अमित भारद्वाज, संदीप शर्मा, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा, महंत शिवम, सचिन तिवारी, सोमपाल कश्यप, बृजमोहन शर्मा, मनोज ठाकुर, पं. विष्णु आचार्य आदि उपस्थित रहे।