हरिद्वार, 23 फरवरी। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि डाम कोठी से शंकराचार्य चौक मार्ग के समीप बनी दीवार पर भगवान एवं इष्ट देवों के चित्र बनाए गए हैं, जो कि गलत है। कुछ दिन बाद ही लोग दीवारों को खराब कर देते हैं। दीवारों पर पान गुटका थूकते हैं। चित्र दीवार के काफी नीचे बनाए गए हैं। जिससे दीवार पर बने देवी देवताओं के चित्रों का अपमान होने की संभावनाएं बनी रहती है और धार्मिक भावनाएं भी आहित होती हैं।
पंडित अधीर कौशिक ने प्रशासन से मांग की कि उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता को चित्रों के माध्यम से दर्शना चाहिए। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता निर्मलता, साफ सफाई और उत्तराखंड के सौंदर्यकरण से संबंधी चित्र और बातें लिखी जानी चाहिए। भगवान एवं इष्ट देवों के चित्र दीवारों पर ना बनाए जाएं। संबंधित विभाग के अधिकारी इस और ध्यान दें।

पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि धर्मनगरी की मान मर्यादाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। किसी की भी भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए। भगवान एवं इष्ट देवों को चित्र ऐसे स्थान पर ना बनाए जाए। जहां लोग गंदगी ना करें। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड के मनमोहन दृश्य, प्राकृतिक सुंदरता, पशु पक्षियों के चित्र दीवारों पर बनाया जाना उचित है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दीवारों पर भगवान एवं इष्ट देवों के चित्र नहीं बनने चाहिए। वरना हमें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।