देहरादून – हाल ही में उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के विधायकों के वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी की गई है। कई विधायक सरकार के फैसले से सहमत है तो कई विधायक जनहित में इस बात का समर्थन नहीं कर रहे हैं। खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने भी सरकार द्वारा बढ़ाए गए वेतन और भत्ते लेने से इनकार कर दिया है। इस वेतन और भत्तों को वो गरीब बच्चों की पढ़ाई लिखाई, गरीब कन्याओं के विवाह और उनके खाने पीने में खर्च करेंगे।
मीडिया को जारी किए गए बयान में उमेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार पर पहले से ही 80 90 हजार करोड रुपए का कर्ज है। इस कर्ज के ब्याज को चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सरकार ने विधायकों के वेतन और भत्ते बढ़ाने का जो फैसला लिया है वह जनहित में नहीं है राज्य में इसे लेकर विरोध है और जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बढ़े हुए वेतन और भत्ते नहीं लेंगे। बाकी सरकार जो निर्णय लेगी उसे भी परखा जाएगा। फिलहाल वेतन भत्ते को न लेकर वो इसे गरीब बच्चों की पढ़ाई लिखाई और उनके खाने-पीने में खर्च करेंगे शादी गरीब और निधन कन्याओं का विवाह भी इसी पैसे से किया जाएगा।
आपको बता दे की विधायक उमेश कुमार सरकार द्वारा तय की गई सैलरी को निर्धन कन्याओं के विवाह और गरीब बच्चों की पढ़ाई लिखाई में खर्च करते हैं और अब उन्होंने बढ़ाए गए वेतन को भी लेने से इनकार कर दिया है।