हरिद्वार, 28 सितंबर। फर्जी ट्रस्ट और जमीन के नकली दस्तावेज तैयार कर लोगों की संपत्तियां हड़पने और उनकी बिक्री करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने दबोच लिया है। यह कार्रवाई ज्वालापुर कोतवाली और बहादराबाद थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने गैंगस्टर एक्ट के तहत की। पकड़े गए आरोपी लंबे समय से फरार चल रहे थे और जनपद के विभिन्न थानों में इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। आरोपी अपनी आजीविका के लिए फर्जी ट्रस्ट के नाम पर जमीन और संपत्तियों के नकली कागजात तैयार करते थे। इन कागजात के आधार पर दूसरों की जमीन का सौदा कर देते थे। विरोध करने वालों को मारपीट कर डराने-धमकाने का काम भी करते थे। बीती 26 सितंबर को कोतवाली ज्वालापुर में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल के आदेश पर इसकी विवेचना थानाध्यक्ष बहादराबाद अंकुर शर्मा को सौंपी गई। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गईं। पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल का कहना है कि यह गिरोह संगठित अपराधों में लिप्त था और लंबे समय से जनता को धोखा देकर जमीन पर कब्जा कर रहा था। गैंगस्टर एक्ट में दर्ज मुकदमे के बाद अब इन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं—
1.स्वामी हंसदेश पुनियानी उर्फ हंसराज, शिष्य जयदेव, निवासी C-27 श्रीराम मंदिर गली, गोविंदपुरा, दिल्ली।
2.सुनील कत्याल उर्फ कालिया, पुत्र मुलकराज, निवासी ग्राम कलानौर, रोहतक (हरियाणा)।
3.रोहताश, पुत्र स्व. आशाराम, निवासी शिवधाम ट्रस्ट, श्रवणनाथ नगर, कोतवाली नगर, हरिद्वार।
गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष बहादराबाद अंकुर शर्मा के नेतृत्व में उपनिरीक्षक मनोज सिंह रावत, उपनिरीक्षक अमित नौटियाल, उपनिरीक्षक अनिल सैनी, कांस्टेबल अंकित कवि, कांस्टेबल अनिल चौहान, कांस्टेबल माहेश्वर, कांस्टेबल बलवंत और कांस्टेबल नितुल यादव शामिल रहे।

