हरिद्वार/लक्सर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति श्रद्धांजलि और आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश के स्वर गूंजने लगे हैं। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद में इस हमले के विरोध में लोगों का गुस्सा सड़कों पर नजर आया। लक्सर से लेकर हरिद्वार तक कैंडल मार्च निकाले गए दीपदान किए गए और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया।

हर की पौड़ी पर दीपदान, श्री गंगा सभा ने की प्रार्थना
हरिद्वार में श्री गंगा सभा की अगुवाई में हर की पौड़ी पर दीपदान कर हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि और मां गंगा से उनकी आत्मशांति की प्रार्थना की है। सैकड़ों लोगों ने गंगा घाट पर एकत्र होकर दीप प्रवाहित किए और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है, भारत को आतंकियों को करारा जवाब देना चाहिए। वो मां गंगा से प्रार्थना है कि वह मृतकों की आत्मा को शांति दें और उनके परिवारों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें।
रानीपुर विधायक आदेश चौहान के नेतृत्व में निकाला गया कैंडल मार्च
रानीपुर से विधायक आदेश चौहान ने आम नागरिकों के साथ मिलकर कैंडल मार्च निकाला। शहर की सड़कों पर आतंकवाद मुर्दाबाद और शहीदों अमर रहें के नारे लगाए हुए। विधायक आदेश चौहान ने कहा देश में इस प्रकार की घटनाएं बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। हम सब एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ेंगे।

लक्सर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिखाया आक्रोश
लक्सर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध स्वरूप कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं और स्थानीय निवासियों ने हिस्सा लिया। भाजपा नेता अजय वर्मा ने कहा कि हम आतंकियों के इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं। शहीदों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे। सरकार से मांग है कि दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए।
हरिद्वार डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकीलों ने रखा मौन
हरिद्वार डिस्ट्रिक्ट कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। सभी वकीलों ने अपने काम को रोककर शांति से एकत्र होकर इस दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त की। बार एसोसिएशन के सदस्यों ने आतंकवाद के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की।
गौरतलब है कि इस हमले के बाद पूरे हरिद्वार जिले में शोक की लहर है। लोग गुस्से और दुख में हैं लेकिन साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का संदेश भी दे रहे हैं। कैंडल मार्च, दीपदान और मौन के जरिये जनता ने न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि दी, बल्कि सरकार को स्पष्ट संकेत भी दिया कि अब देशवासी और अधिक बर्दाश्त नहीं करेंगे।