हरिद्वार। थाना खानपुर क्षेत्र के ग्राम हस्तमौली बस्ती में पिता की गोली मारकर हत्या करने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने 48 घंटे के भीतर मामले की गुत्थी सुलझाते हुए बताया कि मृतक का बड़ा बेटा ही उसका हत्यारा निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से हत्या में प्रयुक्त 12 बोर का तमंचा भी बरामद कर लिया है। लक्सर कोतवाली में एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 23 मई की रात, जब सौरभ पुत्र मलखान ने 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी कि उसके पिता की किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी है। सूचना पर थाना खानपुर पुलिस तत्काल हरकत में आई और तड़के मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि मलखान पुत्र स्व. महेन्द्र सिंह खून से लथपथ हालत में मृत पड़ा था। सीने में गोली मारी गई थी।

पुलिस ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए और फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच शुरू की। घटनास्थल पर न कोई कैमरा था और न ही डिजिटल साक्ष्य। ऐसे में पुलिस ने पारंपरिक तरीके यानी मैनुअल पुलिसिंग के जरिए ही मामले को सुलझाने का फैसला लिया। जांच में पता चला कि मृतक शराब पीने का आदी था और उसका बड़ा बेटा सूरज (19) अधिकतर समय मोबाइल पर गेम खेलने और सोशल मीडिया पर समय बिताने में लगाता था। मलखान अक्सर उसे डांटता था और समझाने की कोशिश करता था। यही बात बेटे को नागवार गुज़रती थी। घटना वाली रात भी पिता-पुत्र में मामूली कहासुनी हुई थी। जैसे ही मलखान चारपाई पर सोया तो सूरज ने घर में रखे तमंचे से उसके सीने में गोली मार दी और फिर जाकर खुद चुपचाप सो गया। घर में उस वक्त मां और छोटा भाई भी मौजूद थे जो गहरी नींद में थे। गोली की आवाज पर हलचल जरूर हुई लेकिन किसी को कुछ साफ समझ नहीं आया। सुबह जब मलखान की पत्नी ने पति को जगाने की कोशिश की तो वह खून से लथपथ पड़ा मिला। सूरज ने भी मातम में शामिल होकर खुद को मासूम दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की पैनी नजर उसकी हरकतों पर जा टिकी।

पूछताछ में जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो सूरज टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि पिता की रोज-रोज की डांट से तंग आकर उसने हत्या की। हत्या में इस्तेमाल तमंचा पास के गन्ने के खेत में फेंक दिया था जिसे पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बरामद कर लिया। पुलिस टीम को इनाम की घोषणा की गई है।
पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र शाह, व0उ0नि0 अशोक सिरसवाल, उ0नि0 समीप पाण्डेय (चौकी प्रभारी गोवर्धनपुर), उ0नि0 उपेन्द्र सिंह, उ0नि0 भजराम चौहान, म0उ0नि0 कल्पना शर्मा, हे0का0 भीम सिंह, का0 अरविन्द रावत, का0 त्रिपेन सिंह, का0 अशोक व का0 दीपक भारती शामिल रहे।