हरिद्वार। आगामी कांवड़ मेले को लेकर इस बार प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सीसीआर सभागार में शुक्रवार को हुई इंटर स्टेट बैठक में सात राज्यों के अधिकारियों ने भाग लिया और मेले की सुरक्षा को लेकर अहम फैसले लिए। बैठक के दौरान आपसी समन्वय बनाकर कांवड़ मेले को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने पर चर्चा की गई। उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन और डीजीपी दीपम सेठ की अध्यक्षता में हुई बैठक में मेरठ के एडीजे भानु भास्कर भी मौजूद रहे। जबकि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल व चंडीगढ़ के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। इस दौरान कांवड़ मेले के दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट और क्राउड कंट्रोल को लेकर खास रणनीति बनाई गई। कांवड़ मेले में तेज आवाज में बजने वाले डीजे, भारी वाहन और भाला, त्रिशूल, बेसबॉल और बैट जैसे हथियारनुमा सामानों पर पूर्ण रोक लगाने पर निर्णय लिया गया। साथ ही कांवड़ियों की आड़ में आने वाले हुड़दंगियों पर पुलिस की विशेष निगरानी रखने पर भी चर्चा हुई। बैठक में अधिकारियों ने पिछले कांवड़ मेले के अनुभव भी साझा किए और उसी के आधार पर इस बार की रणनीति बनाई।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कांवड़ मेला प्रदेश ही नहीं पूरे उत्तर भारत की धार्मिक आस्था से जुड़ा मेला है। इसे शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी पड़ोसी राज्यों से तालमेल किया गया है। कहा कि कांवड़ मेला आस्था का मेला है इसलिए प्रशासन की पूरी कोशिश रहेगी कि हर शिवभक्त बिना किसी विघ्न के शांतिपूर्वक अपनी यात्रा पूर्ण करे।
वहीं डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि जिन जिलों से तेज डीजे और बड़े वाहन चलकर आते हैं, उन्हें वहीं रोकने की रणनीति बनाई गई है। साथ ही सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता फैलाई जा रही है कि कांवड़ श्रद्धालु नियमों का पालन करें। कहा कि धार्मिक आस्था की आड़ में अराजकता या गुंडागर्दी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो मेले में आने वालों की स्कैनिंग भी की जा सकती है।

बैठक उत्तर प्रदेश में सचिव गृह मोहित गुप्ता, कमिश्नर मेरठ डिवीजन ऋषिकेश भास्कर यशोद, कमिश्नर बरेली सौम्य अग्रवाल, कमिश्नर सहारनपुर एके राय, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, आईजी आरपीएफ पंकज गंगवार, उत्तराखंड से एडीजी व मुरुगेशन, मंडलायुक्त विनय शंकर पाण्डे, आईजी निलेश आनंद भरणे, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, एनएस नपलच्याल, डीआईजी धीरेन्द्र गुंज्याल, आईजी कृष्ण कुमार वी के, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, मेलाधिकारी सोनिका, अपर सचिव लोनिवि विनीत कुमार, शहरी विकास ललित नारायण मिश्र, सहित पांचों राज्यों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
तेज आवाज वाले डीजे पर पूरी तरह रोक
इस बार सावन में तेज आवाज वाले डीजे और ट्रक, ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों पर रोक रहेगी। स्थानीय पुलिस के साथ ही अन्य राज्यों के नोडल अधिकारी अपने जिलों में ही ऐसे वाहनों को रोकेंगे। डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि तेज आवाज वाले डीजे चिन्हित किए जा रहे हैं। उनके नामो की सूची आ गई है। उनसे संपर्क करके नियमानुसार हरिद्वार आने के निर्देश दिए जाएंगे। बिना मानकों के डीजे लाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पड़ोसी राज्यों में बनेंगे कंट्रोल रूम
डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि कांवड़ मेला धर्म और आस्था का प्रतीक है लेकिन यह कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती भी होता है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ बैठक कर एक फाइनल रूप दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि मेले को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए अन्य राज्यों में भी कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। उन कंट्रोल रूम में उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी तैनात रहेंगे। उत्तराखंड में बने कंट्रोल रूम में अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारी भी ड्यूटी करेंगे। ताकि आसानी से सूचनाओं का आदान-प्रदान होने के साथ ही घटनाओं की रियल टाइम में त्वरित जानकारी मिल सके।
त्रिशूल, भाला, बैट लाने पर पाबंदी
मेले में हथियारनुमा वस्तुएं लाने पर प्रतिबंध रहेगा। कांवड़ यात्रा में आकर्षण के नाम पर कुछ लोग त्रिशूल, भाले और बैट लेकर आते हैं। पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस बार ऐसी चीज़ें नहीं चलेंगी। वहीं मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने भी लोगों से अपील की है कि कांवड़ मेला आस्था का प्रतीक है। हरिद्वार आने वाले शिवभक्त शांतिपूर्ण तरीके से हरिद्वार आएं और यहां से गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों को रवाना हो।

सोशल मीडिया से फैलाई जाएगी जागरूकता
सुरक्षा गाइडलाइनों को सोशल मीडिया के जरिए व्यापक प्रचारित किया जाएगा। वीडियो, इन्फोग्राफिक्स और रील्स बनाकर श्रद्धालुओं को बताया जाएगा कि क्या लाना है और क्या नहीं। डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि कांवड़ मेले की सुरक्षा के लिए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों की एजेंसियां अलर्ट हैं। आपसी समन्वय बनाकर कांवड़ मेला सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाएगा।