हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार में सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही बरतने वाली दो निजी कंपनियों पर नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बड़ी कार्रवाई की है। नगर क्षेत्र और घाटों की सफाई में लगे कर्मचारियों की फर्जी उपस्थिति दर्ज करने और अनुबंध शर्तों का पालन न करने पर दोनों फर्मों पर ₹50-50 हजार का जुर्माना ठोका गया है। साथ ही अंतिम चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगली बार गलती दोहराने पर फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
नगर आयुक्त की ओर से जारी आदेश के अनुसार, गंगा घाटों पर सफाई के लिए शुभारम्भ सर्विसेज लिब्बरहेड़ी तथा मैसर्स आर.के. एण्ड कम्पनी प्रा.लि., न्यू पालम विहार, गुरुग्राम नाम की दो अनुबंधित कंपनियों ने सफाई कर्मचारियों की सही सूची निगम को नहीं सौंपी थी। शुभारम्भ सर्विसेज द्वारा जो सूची प्रस्तुत की गई, उसमें से अधिकांश कर्मचारी मौके पर अनुपस्थित पाए गए। नगर आयुक्त ने इसे धोखाधड़ी की श्रेणी में मानते हुए सख्त शब्दों में कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि फर्म द्वारा झूठी उपस्थिति पंजिका में दर्ज की जा रही है, जिससे नगर निगम को वित्तीय नुकसान हुआ है।
शपथ पत्र देना होगा, कर्मचारियों का वेतन नहीं रुकेगा
नगर निगम ने दोनों फर्मों को निर्देशित किया है कि वे कार्यादेश के अनुसार शत-प्रतिशत कर्मचारियों की आपूर्ति सुनिश्चित करें और इसका शपथ पत्र भी प्रस्तुत करें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि लगाए गए जुर्माने के नाम पर किसी भी कर्मचारी के वेतन में कटौती न की जाए। यदि ऐसा किया गया तो संबंधित कंपनी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नगर आयुक्त नंदन कुमार ने कहा कि सफाई व्यवस्था में लापरवाही और कागजों में हेरफेर किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने दोनों फर्मों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में यदि ऐसी पुनरावृत्ति होती है तो उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।