हरिद्वार, 5 नवम्बर। मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। पीड़ित, असहाय और दरिद्र की सेवा करने वाला व्यक्ति स्वयं ईश्वर के निकट पहुँचता है। यह बात करौली शंकर महादेव धाम, मिश्री मठ के परमाध्यक्ष करौली शंकर महादेव ने ‘आईसीयू ऑन व्हील’ सेवा वाहन का लोकार्पण करते हुए कही। करौली शंकर महादेव ने कहा कि मंत्र, जाप, ध्यान और योग हमारे जीवन को संवारते हैं, वहीं मानव सेवा हमारे लोक और परलोक दोनों को पवित्र करती है। उन्होंने बताया कि संस्था की सेवा परियोजनाओं की श्रृंखला में इस एम्बुलेंस को जनसेवा हेतु समर्पित किया गया है। यह वाहन 24 घंटे रोगियों, असहायजनों और पीड़ितों की सहायता के लिए उपलब्ध रहेगा।

उन्होंने कहा कि पंचदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव एवं गुरु नानक जयंती के पावन अवसर पर प्रारंभ की गई यह सेवा तीर्थनगरी वासियों और तीर्थयात्रियों के लिए वरदान साबित होगी। करौली शंकर महादेव ने बताया कि गुरु नानक देव जी महाराज ने समाज में समरसता और सद्भाव का जो संदेश दिया, वही भाव इस सेवा परियोजना का मूल उद्देश्य है।

उन्होंने कहा कि करौली सरकार राष्ट्र को रोगमुक्त और शोकमुक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। धाम द्वारा देशभर में ध्यान साधना, योग, मंत्र दीक्षा, चिकित्सा और शिक्षा से जुड़े अनेक सेवा प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं। संस्था अब उत्तराखंड में अपने सेवा प्रकल्पों का विस्तार कर रही है, ताकि शिक्षा और चिकित्सा को भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों से जोड़कर जनकल्याण किया जा सके।

इस अवसर पर देश-विदेश से आए भक्तों ने गुरुदेव से मंत्र दीक्षा प्राप्त कर साधना, तंत्र क्रिया और भजन संध्या जैसे कार्यक्रमों में भाग लिया। पंचदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव के तहत प्रतिदिन ध्यान साधना, योग दीक्षा और भजन कार्यक्रमों में हजारों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं।


