हरिद्वार। दिल्ली में लाल किले के पास कार में हुए जोरदार धमाके में आठ लोगों की मौत के बाद पूरे उत्तराखंड में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। धार्मिक और पर्यटक दृष्टि से संवेदनशील हरिद्वार में पुलिस ने चौकसी और बढ़ा दी है। सोमवार देर रात से ही पुलिस टीमों ने शहर से देहात तक सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, हरकी पैड़ी क्षेत्र, बाजारों, होटलों और धर्मशालाओं में पुलिस की चहल-पहल बढ़ गई है।सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। नारसन बॉर्डर, चिड़ियापुर बैरियर, श्यामपुर और रायवाला चेकपोस्ट पर आने-जाने वाले वाहनों की बारीकी से जांच की जा रही है। देर रात तक पुलिस कर्मी बसों और ट्रेनों की तलाशी लेते रहे। जीआरपी, आरपीएफ, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉयड की टीमों ने रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस अड्डे का कोना-कोना खंगाला। हरकी पैड़ी क्षेत्र, पार्किंग, होटल गलियों और घाटों के आसपास भी पुलिस ने गश्त तेज कर दी है। शहर के प्रमुख चौराहों और बाजारों में भी सीसीटीवी कैमरों से निगरानी बढ़ा दी गई है। कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में सघन जांच अभियान जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की घटना के मद्देनज़र जिले में सुरक्षा के इंतज़ाम और मजबूत किए गए हैं। खुफिया विभाग को भी सक्रिय किया गया है और स्थानीय नेटवर्क को सतर्क रहने को कहा गया है।

दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद हरिद्वार में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खासकर हरिद्वार रेलवे स्टेशन, हरकी पैड़ी और बस अड्डे के पास पुलिस सघन चेकिंग अभियान चला रही है। रेलवे स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ, डॉग स्क्वायड और बीडीएस की टीमें लगातार चेकिंग करती नजर आई। देर रात को ही हाई अलर्ट जारी किए गया। सभी सुरक्षा एजेंसियों ने कमान संभालते हुए रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफार्म पर चेकिंग अभियान चलाया। रेलवे स्टेशन के आसपास घूमने वाले लोगों की जांच की गई। ट्रेनों और स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की चेकिंग के साथ ही उनके सामान भी चेक किए गए। गौर है कि पूर्व में कई बार ऐसे धमकी भरे पत्र रेलवे स्टेशन को मिल चुके हैं जिनमें पूरे रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी गई थी। हालांकि आज तक ये धमकियां न तो साबित हुई और न ही कोई अप्रिय घटना घटी है। धमाकों की सूचना मिलते ही सभी सुरक्षा एजेंसियों अलर्ट हो गई। खासकर बॉर्डर पर खास सतर्कता बरती गई।

हरिद्वार जनपद उत्तर प्रदेश के तीन जिलों की सीमाओं से जुड़ा हुआ है। नारसन और पुरकाजी बॉर्डर पर मुजफ्फरनगर, भगवानपुर बॉर्डर पर सहारनपुर और चिड़ियापुर बॉर्डर पर बिजनौर जिले की सीमाएं जुड़ी हुई हैं। सभी बॉर्डर पर पुलिसकर्मी तैनात दिखाई दिए। सभी यात्री वाहनों की गहना से चेकिंग की गई। उनके समानों को जांच परखने के बाद ही जनपद की सीमा में प्रवेश की अनुमति दी गई। इसके साथ ही बॉर्डर पर संदिग्धों पर भी नजर रखी गई। कुल मिलाकर हरिद्वार पुलिस बोर्डर पर पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दी।

धमाकों की सूचना मिलते ही हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने पूरे जनपद में अलर्ट जारी किए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, हरकी पैड़ी और सभी बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट हो गई। इतना ही नहीं एसएसपी खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए धरातल पर नजर आए। उन्होंने बस स्टैंड और अन्य क्षेत्रों में जाकर अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा कि हरिद्वार पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है। सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को मुस्तैदी से ड्यूटी करने के साथ ही संदेनशील जगहों पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।हरिद्वार जनपद में पूर्व में कई आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके है। यहां कुंभ, अर्द्धकुंभ जैसे बड़े आयोजन होते हैं। यहां बॉम्ब ब्लास्ट की धमकी भरे पत्र कई बार मिल चुके है।

वर्ष 2016 के अर्द्धकुंभ मेले के दौरान रुड़की क्षेत्र से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुकें है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने चारों को गिरफ्तार कर पुख्ता सबूत भी जुटाए थे। उस समय जांच में सामने आया था कि हरिद्वार अर्द्धकुंभ में ट्रेन को उड़ाने की साजिश इन आतंकियों ने रची थी। चारों आरोपी कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की ट्रेन को उड़ाने के लिए बम तैयार कर रहे थे। इसके लिए माचिस की तीली से निकलने वाले बारूद को भी एकत्रित कर रहे थे। 65 किलोग्राम बारूद इन चारों आतंकियों ने एकत्रित किया था। आरोपी ट्रेन गुजरने के समय बम धमाके की प्रैक्टिस करते थे। इसके साथ ही करीब एक साल पहले लक्सर के दौसनी गांव से भी एक संदिग्ध टेलर मास्टर को गिरफ्तार किया गया था जिस पर पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के लिए काम करने का आरोप था। कुल मिलाकर हरिद्वार एक संवेदनशील जिला है जो आतंकी गतिविधियों के कारण चर्चा में रहा है।

