हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और खानपुर विधायक उमेश कुमार के बीच चल रहे विवाद को खत्म कराने की पहल शुरू कर दी है। शनिवार से विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन विवाद में अब सुलह की कोशिश हो रही है। किसान नेता राकेश टिकैत दोनों पक्षों से बात कर मामले के निपटारे में जुटे हुए हैं।
शनिवार को राकेश टिकैत हरिद्वार के डाम कोठी पहुंचे जहां उन्होंने दोनों पक्षों के साथ बैठकर बात की और मामले को आपस में बातचीत कर खत्म करने की सलाह दी। डामकोठी पर चैंपियन की पत्नी रानी देवयानी सिंह और पूर्व भाजपा विधायक संजय गुप्ता भी मौजूद रहे।
चैंपियन से मिलने जेल और उमेश से मिलने देहरादून पहुंचे टिकैत….
शनिवार को दिनभर राकेश टिकैत ने दोनों नेताओं के बीच पैदा हुए विवाद को समाप्त करने का प्रयास जारी रखा। सबसे पहले राकेश टिकट ने हरिद्वार में चैंपियन की पत्नी और उमेश कुमार के समर्थकों से मुलाकात की। इसके बाद वो चैंपियन से मिलने रोशनाबाद जिला जेल पहुंच गए। वहां से बातचीत करने के बाद सीधा देहरादून जाकर उन्होंने उमेश कुमार से भी बातचीत की और दोनों ही नेताओं से इस विवाद को समाप्त करने की अपील की।
क्या कहना है राकेश टिकैत का ….
राकेश टिकैत ने देहरादून में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि चैंपियन का कहना है कि उमेश कुमार की गारंटी कौन लेगा और उमेश कुमार का कहना है की चैंपियन की गारंटी कौन लेगा। हालांकि राकेश टिकैत का ये भी कहना है कि इस विवाद से लोग आपस में बंट रहे हैं। मामले को जातीय रंग नहीं दिया जाना चाहिए और आपसी सहमति से विवाद को खत्म किया जाना चाहिए। फ्रंटलाइन की बातचीत हो गई है अब कोई महापंचायत नहीं होगी। अब दोनों बिरादरियों के लोग अलग से एक पंचायत करेंगे और पंचायत में विवाद को समाप्त करने का निर्णय लिया जाएगा जो दोनों नेताओं को मान्य होगा।
आखिर क्यों कारण राकेश टिकैत को पहल ….. राकेश टिकैत ने बताया कि दोनों के विवाद के कारण लोग आपस में और जातियों बंट रहे हैं। उनके संगठने भी सर्व धर्म के लोग जुड़े हैं और इससे समाज में अच्छा संदेश नहीं जाता। इससे पहले की भारतीय किसान यूनियन में ही लोग बंट जाय, उससे पहले जातिवाद की महापंचायत समाप्त होनी चाहिए।