हरिद्वार। कश्यप समाज आश्रम, हरिद्वार के 35वें वार्षिक सम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में समाज के युवाओं को शिक्षा और एकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए मेधावी छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह का आयोजन रविवार को महर्षि कश्यप घाट पर किया गया, जहां बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतीश कुमार कश्यप ने कहा कि समाज को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है, जिसके सहारे कोई भी समाज राजनीतिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन सकता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें, ताकि वे आने वाले समय में समाज का नाम रोशन कर सकें।

विशिष्ट अतिथि बसपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिवम कश्यप ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ समाज के युवाओं को अपने संस्कारों को भी बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के युवा जब जागरूक होंगे, तभी एक मजबूत और आत्मनिर्भर समुदाय का निर्माण संभव है। जिला पंचायत सदस्य अंकित कश्यप ने युवाओं से आह्वान किया कि वे नशे जैसी बुराइयों से दूर रहें और समाज के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, “आज के युवा ही कल का भविष्य हैं। यदि युवा सही दिशा में आगे बढ़ेंगे, तो समाज को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।

अजीतपुर के पूर्व प्रधान मायाराम कश्यप ने कहा कि उत्तराखंड में कश्यप समाज की आबादी लाखों में है, लेकिन समाज को राजनीति में अपेक्षित स्थान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि समाज अपने मतभेद भुलाकर एकजुट हो और राजनीति में अपनी मजबूत भागीदारी सुनिश्चित करे। इस अवसर पर कश्यप समाज आश्रम हरिद्वार के अध्यक्ष बुद्ध सिंह कश्यप, महामंत्री जुगेंद्र सिंह कश्यप, अंकुश राज, पवन कश्यप, ऋषिपाल कश्यप, राजबीर कश्यप और बिशनपाल कश्यप सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।

सम्मेलन में वक्ताओं ने यह भी कहा कि समाज की प्रगति तभी संभव है जब शिक्षा, एकता और जागरूकता तीनों को साथ लेकर चला जाए। कार्यक्रम के अंत में समाज के उत्कृष्ट योगदानकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया और सामूहिक रूप से समाज के उत्थान के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया गया।

