हरिद्वार। कांवड़ मेले के सफल आयोजन के बाद हरिद्वार नगर में फैली गंदगी को देखते हुए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को विशेष सफाई अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और आईएएस अधिकारी अंशुल सिंह ने किया। सुबह 7 बजे शंकराचार्य चौक से शुरू हुए अभियान में अंशुल सिंह ने खुद फावड़ा उठाकर सड़क किनारे जमा कूड़े-कचरे को साफ किया। उनके साथ सचिव, एचआरडीए और प्राधिकरण के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने श्रमदान कर सफाई कार्य में योगदान दिया। टीम ने शंकराचार्य चौक से गुरुकुल महाविद्यालय तक पूरे मार्ग पर सफाई की। इसके बाद ओम पुल और रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में भी विशेष सफाई अभियान चलाया गया। नगर निगम हरिद्वार ने भी अभियान में श्रमिक और कूड़ा उठाने वाले वाहनों के माध्यम से सहयोग प्रदान किया। अंशुल सिंह ने कहा कि कांवड़ मेला के दौरान श्रद्धालु जिस आस्था से मां गंगा की सेवा में जुटे थे, अब उसी भावना से हर आमजन को नगर और गंगा की सफाई के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सफाई केवल सरकारी एजेंसियों की जिम्मेदारी नहीं है, यह जनभागीदारी से ही संभव है। उन्होंने हरिद्वारवासियों से अपील की कि वे अपने घर, दुकान और मोहल्ले को स्वच्छ रखने में प्रशासन का सहयोग करें।अंशुल सिंह ने कहा कि गंगा और हरिद्वार की स्वच्छता का संकल्प हर व्यक्ति को लेना चाहिए। यदि हर नागरिक प्रतिदिन 10 मिनट अपने आस-पास सफाई में लगाए तो हरिद्वार देश का सबसे स्वच्छ तीर्थ बन सकता है।

“मां गंगा की सेवा के साथ साथ स्वच्छता भी जरूरी है और उसके लिए जनसहभागिता की आवश्यकता है। गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए हरिद्वारवासियों को सफाई अभियान में भाग लेना चाहिए।”— अंशुल सिंह, उपाध्यक्ष, हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण

26 जुलाई को स्वच्छता के महाअभियान से जुड़ने की अपील
कांवड़ मेले के बाद गंगा घाटों, कांवड़ पटरी और शहर की सफाई के लिए शनिवार, 26 जुलाई को एक विशेष महा सफाई अभियान चलाया जाएगा। प्रशासन ने आमजन से आह्वान किया है कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें और मां गंगा की सेवा में अपनी भागीदारी निभाएं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, नगर आयुक्त नंदन कुमार, एसडीएम जितेंद्र कुमार और एचआरडीए के सचिव मनीष सिंह ने संयुक्त रूप से अपील की है कि हरिद्वार को स्वच्छ रखने के लिए यह अभियान जनआंदोलन बनना चाहिए।अधिकारियों ने कहा कि सिर्फ सरकारी मशीनरी के भरोसे शहर को स्वच्छ नहीं रखा जा सकता। श्रद्धालु, व्यापारी, साधु संत, छात्र और हरिद्वार के नागरिकों को मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।

