हरिद्वार, 30 जुलाई। हरिद्वार में नशीली दवाओं की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए ड्रग विभाग की टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती के नेतृत्व में पंजाब ड्रग विभाग और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम में हरिद्वार स्थित लूसेंट बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान लगभग 3.25 लाख ट्रामाडोल टैबलेट्स समेत भारी मात्रा में नशीली दवाएं जब्त की गईं। यह कार्रवाई पंजाब में ट्रामाडोल की बड़ी खेप पकड़ने के सुराग के आधार पर की गई।

छापेमारी के दौरान लूसेंट बायोटेक के क्रय-विक्रय दस्तावेज़, इनवॉइस और एग्रीमेंट्स की गहन जांच की गई। जांच में कई अनियमितताएं पाई गईं और प्लांट हेड हरीकिशोर दस्तावेज़ दिखाने में असमर्थ पाए गए। गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस के दिशानिर्देशों के उल्लंघन पर हरीकिशोर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही लूसेंट बायोटेक द्वारा निर्मित नशीली दवाओं का उत्पादन तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया और कंपनी के सभी अनुमोदनों को निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई है।

पूछताछ में सामने आया कि जब्त की गई ट्रामाडोल टैबलेट्स कॉनेंड्रम फार्मास्युटिकल्स, मेरठ के नाम पर तैयार की गई थीं, लेकिन जांच में यह कंपनी अस्तित्वहीन पाई गई। इसके अतिरिक्त फर्म द्वारा रिकॉल लाइफसाइंसेज, रुड़की के साथ एक एग्रीमेंट प्रस्तुत किया गया, जिसके अंतर्गत वैध लाइसेंस के माध्यम से पंजाब में दवाओं की आपूर्ति की जा रही थी। फर्म का मालिक आर्यन पंत फरार है।

अनीता भारती के नेतृत्व में लूसेंट बायोटेक के गोदाम से 325 किलोग्राम ट्रामाडोल करीब 3.25 लाख टैबलेट्स के 13 ड्रम जब्त किए गए, जिन्हें पंजाब में भेजने की तैयारी की जा रही थी। पूछताछ में प्लांट हेड हरीकिशोर ने बताया कि विक्रम सैनी और आर्यन पंत ही इस नशीली दवा की खेप का ऑर्डर देने कंपनी आए थे। आर्यन पंत का मोबाइल फोन बंद मिला जबकि विक्रम सैनी को तत्काल पूछताछ के लिए बुलाया गया। विक्रम सैनी से पूछताछ जारी है और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस कार्रवाई ने नशीली दवाओं की अवैध तस्करी की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है।

कार्रवाई में अनीता भारती, ड्रग इंस्पेक्टर मेघा और पंजाब पुलिस एवं ड्रग्स कंट्रोल विभाग, पंजाब की संयुक्त टीम शामिल रही।