हरिद्वार/देहरादून। यूकेएसएसएससी पेपर वायरल और लीक मामले में गुरुवार को शासन और पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए लगातार तीन बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दायरे में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट, एक असिस्टेंट प्रोफेसर और दो पुलिसकर्मी आए।
शासन ने सबसे पहले बहादरपुर जट गांव स्थित परीक्षा केंद्र के सेक्टर मजिस्ट्रेट एन. तिवारी को निलंबित कर दिया। बीती 21 सितंबर को आयोजित हुई भर्ती परीक्षा में उन्हें सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी दी गई थी। प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया कि इसी परीक्षा केंद्र से पेपर के कुछ फोटो बाहर गए थे। लापरवाही बरतने पर शासन ने यह कार्रवाई की।

इसके बाद हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बड़ा कदम उठाते हुए जट बहादरपुर परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी पर तैनात एसआई रोहित कुमार और सिपाही ब्रह्मदत्त जोशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जांच में इन दोनों पर ड्यूटी में गंभीर लापरवाही का आरोप सिद्ध हुआ।

इधर, इस प्रकरण में शासन ने तीसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए नई टिहरी के अगरोड़ा राजकीय महाविद्यालय में तैनात इतिहास विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी निलंबित कर दिया। आरोप है कि उन्होंने पेपर के मास्टरमाइंड खालिद को पेपर सॉल्व करके आंसर उपलब्ध कराए थे। क्योंकि खालिद ने यह पेपर सीधा सुमन को ही भेजे थे।

ज्ञात हो कि मुख्य आरोपी खालिद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। लगातार हो रही कार्रवाई से साफ है कि शासन इस पूरे मामले को लेकर बेहद गंभीर है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है। फिलहाल एसआईटी ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इस मामले में अभी और भी कई बड़ी कार्रवाइयां हो सकती हैं।

