उत्तराखंड। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर से जुड़ी घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनती जा रही हैं। शनिवार को केदार घाटी में एक बार फिर एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। यह घटना रुद्रप्रयाग जिले के बड़ासु हेलीपैड के पास की है, जहां क्रिस्टल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का हेलीकॉप्टर उड़ान भरने के बाद तकनीकी खराबी के चलते हाईवे पर उतारना पड़ा।
गनीमत यह रही कि इस घटना में किसी यात्री या चालक दल को चोट नहीं आई। हेलीकॉप्टर में सवार सभी श्रद्धालु सुरक्षित बताए जा रहे हैं। सूचना मिलते ही आपदा राहत बल की टीम मौके पर पहुंच गई और सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई। फिलहाल हाइवे पर एक कार जरूरी क्षतिग्रस्त हो गई है।

इससे पहले शुक्रवार को भी सिरसी हेलीपैड पर उड़ान भरते समय एक हेलीकॉप्टर को सड़क पर एहतियातन लैंडिंग करानी पड़ी थी। यह हेलीकॉप्टर भी क्रिस्टल एविएशन का था, जो यात्रियों को लेकर केदारनाथ की ओर जा रहा था। केवल कुछ हफ्ते पहले भी 8 मई 2025 को उत्तरकाशी के गंगनानी क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें एयरोट्रांस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस हादसे में 6 तीर्थयात्रियों और एक पायलट की मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतकों में 5 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल थे। यह हेलीकॉप्टर सहस्त्रधारा (देहरादून) से उड़ान भरकर खरसाली हेलीपैड की ओर जा रहा था।

17 मई को केदारनाथ धाम में एक और घटना सामने आई थी जब एम्स ऋषिकेश से मरीज को रेस्क्यू करने पहुंची पिनेकल कंपनी की एयर एंबुलेंस की केदारनाथ में क्रैश लैंडिंग करानी पड़ी। एयर एंबुलेंस में दो चिकित्सक सवार थे जो इस घटना में बाल-बाल बचे।