उत्तराखंड। खुशी का माहौल कुछ ही मिनटों में मातम में बदल गया। सुशीला तिवारी अस्पताल से तीन दिन के नवजात और प्रसूता को लेकर लौट रहे किच्छा के एक परिवार की कार बुधवार सुबह एक मोड़ पर नहर में समा गई। हादसे में नवजात समेत चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, दमकल कर्मियों की तत्परता से तीन लोगों की जान बचाई जा सकी। यह हृदयविदारक हादसा सुबह करीब सात बजे फायर स्टेशन के पास उस समय हुआ जब ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र के बरा गांव निवासी राकेश (32) वर्ष अपनी पत्नी रामा (27) वर्ष और तीन अन्य परिजनों के साथ नवजात को लेकर घर लौट रहे थे।
जानकारी के अनुसार, रविवार को प्रसव पीड़ा के बाद रामा को एसटीएच में भर्ती कराया गया था। कुछ ही मिनट में उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। किसानी और मजदूरी करने वाला यह परिवार पहली संतान के जन्म से बेहद खुश था। बुधवार सुबह अस्पताल से छुट्टी मिलने पर सभी परिजन एक कार में घर लौटने निकले। अस्पताल से महज पांच सौ मीटर आगे फायर स्टेशन मोड़ पर बारिश के कारण फिसलन वाली सड़क पर कार अनियंत्रित होकर तेज बहाव वाली सिंचाई नहर में गिर गई।
हादसा फायर स्टेशन के ठीक पास हुआ, लिहाजा तत्काल फायर अधिकारी मिंदर पाल सिंह और उनकी टीम ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। दमकल कर्मियों ने नहर के तेज बहाव में बह रही कार को रस्सी की मदद से पुलिया के पास रोका और दरवाजा तोड़कर अंदर फंसे सभी लोगों को बाहर निकाला। सभी को तत्काल एसटीएच लाया गया, जहां डॉक्टरों ने नवजात, राकेश, रामा की मां कमला और जेठानी नीतू को मृत घोषित कर दिया।
घायलों में रामा, जेठ रमेश और चालक श्यामलाल शामिल हैं। चालक की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है, जबकि रामा और रमेश खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
बारिश बनी हादसे की वजह
हादसे के समय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही थी। सड़क पर फिसलन और मोड़ के पास सुरक्षा की कमी को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस संवेदनशील स्थान पर सुरक्षा रेलिंग और चेतावनी संकेत लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
परिवार की खुशियां उजड़ गईं
यह परिवार पहली बार नवजात को घर लाने जा रहा था। गांव में जश्न की तैयारी थी, लेकिन एक ही झटके में रामा ने अपनी मां, पति, जेठानी और नवजात को खो दिया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
दमकल कर्मियों की सतर्कता से बचीं तीन जानें
रेस्क्यू में जुटे फायर अधिकारी मिंदर पाल सिंह ने बताया कि जैसे ही हादसे की सूचना मिली, तत्काल टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। यदि कुछ मिनट की भी देर होती, तो सभी की जान चली जाती।