हरिद्वार, 8 सितंबर। हरिद्वार-दून रेलवे ट्रैक पर सोमवार सुबह बड़ा हादसा टल गया। भीमगोड़ा काली मंदिर टनल के पास शिवालिक पर्वतमाला से अचानक भारी मलबा, बोल्डर और पेड़ रेलवे ट्रैक पर गिर गए। हादसे में ट्रैक की लोहे की जालियां टूट गईं और ओवरहेड एक्सटेंशन वायर भी क्षतिग्रस्त हो गई। Railway track

घटना सुबह करीब 6:40 बजे हुई, जिसके बाद हरिद्वार-देहरादून और हरिद्वार-ऋषिकेश रेल मार्ग पूरी तरह ठप हो गया। करीब 12 घंटे तक रेलवे ट्रैक बंद रहा। इस दौरान 19 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ, जिनमें 6 ट्रेनों को निरस्त करना पड़ा। कई ट्रेनों को हरिद्वार या ज्वालापुर स्टेशन पर शॉर्ट-टर्मिनेट कर दिया गया। कुछ ट्रेनों को पुनः निर्धारित समय से बाद में रवाना किया गया। रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और ट्रैक से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। यात्रियों को स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ा। Railway track

कौन-कौन सी ट्रेनें प्रभावित हुईं?
निरस्त ट्रेनें …..
22458 देहरादून–आनंद विहार टर्मिनल वंदेभारत एक्सप्रेस
54342 देहरादून–सहारनपुर पैसेंजर
54482 ऋषिकेश–हरिद्वार पैसेंजर
54483 हरिद्वार–ऋषिकेश पैसेंजर
12017 नई दिल्ली–देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार तक ही)
12018 देहरादून–नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार से शुरू)
शॉर्ट-टर्मिनेट / शॉर्ट-ओरिजनेट ट्रेनें
हावड़ा–ऋषिकेश एक्सप्रेस (हरिद्वार तक)
अमृतसर–देहरादून एक्सप्रेस (ज्वालापुर तक)
देहरादून–अमृतसर एक्सप्रेस (ज्वालापुर से)
बाड़मेर–ऋषिकेश एक्सप्रेस (हरिद्वार तक)
ऋषिकेश–श्रीगंगानगर एक्सप्रेस (हरिद्वार से)
सूबेदारगंज–देहरादून लिंक एक्सप्रेस (हरिद्वार तक)
देहरादून–सूबेदारगंज लिंक एक्सप्रेस (हरिद्वार से)
ऋषिकेश–तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस (वीरभद्र तक)
साबरमती–ऋषिकेश एक्सप्रेस (हरिद्वार तक)
ऋषिकेश–साबरमती एक्सप्रेस (हरिद्वार से)
रिशेड्यूल ट्रेन
18478 योगनगरी ऋषिकेश–पुरी एक्सप्रेस (सायं 5 बजे से संचालित)

11 घंटे तक ठप रहा रेल मार्ग
भीमगोड़ा टनल के पास मलबा गिरने से ट्रैक सुबह से रात तक बंद रहा। यात्रियों की बढ़ी परेशानी। स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में यात्रियों को इंतजार करना पड़ा, कई यात्रियों की आगे की यात्रा बाधित हुई। रेलवे की त्वरित कार्रवाई। रेलवे और प्रशासन की टीम ने ट्रैक पर जमा बोल्डर और पेड़ों को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया।लगातार हो रहा भूस्खलन चिंता का कारण। कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर मलबा गिरा था। बार-बार हो रही घटनाओं से यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। Railway track

