हरिद्वार, संवाददाता। दीपावली पर्व से पहले मिलावटी खाद्य पदार्थों पर नकेल कसते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। थाना बुग्गावाला क्षेत्र के अंतर्गत चौकी अमानतगढ़ के पास मुजफ्फरनगर से देहरादून सप्लाई के लिए जा रहे करीब दस क्विंटल मावा से भरी एक महिंद्रा एसयूवी 500 गाड़ी को पकड़ लिया गया। मावे में मिलावट और अस्वास्थ्यकर स्थिति मिलने पर उसे मौके पर ही गड्ढा खोदकर नष्ट कराया गया। पकड़े गए मावे की अनुमानित कीमत लगभग ढाई लाख रुपये बताई जा रही है। खाद्य सुरक्षा आयुक्त उत्तराखंड डॉ. आर राजेश कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। टीम का नेतृत्व गढ़वाल मंडल के उपायुक्त आर. एस. रावत ने किया। उनके साथ सहायक आयुक्त हरिद्वार एम. एन. जोशी, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन तथा चौकी अमानतगढ़ पुलिस टीम मौजूद रही। जांच में पाया गया कि वाहन में रखा मावा बिना किसी तापमान नियंत्रण के प्लास्टिक और कपड़े की थैलियों में भरकर सीटों पर रखा गया था। गाड़ी खोलते ही मावे से तेज बदबू आने लगी। मौके पर मौजूद टीम ने जब पैकेटों को खोला तो न तो किसी का इनवॉयस या बिल मिला और न ही मावा बनाने या सप्लाई करने वाले प्रतिष्ठान का स्पष्ट नाम-पता लिखा था।
मौके पर गड्ढा खोदकर किया नष्ट
टीम ने खाद्य सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और जनस्वास्थ्य के खतरे को देखते हुए पूरे 10 क्विंटल मावे को मौके पर गड्ढा खोदकर नष्ट करा दिया। पूछताछ में वाहन चालक आरिफ पुत्र नौशाद निवासी मुजफ्फरनगर ने बताया कि उसे एक व्यापारी ने मावा देहरादून पहुंचाने के लिए कहा था। उसे न तो यह पता था कि मावा कब तैयार किया गया है और न ही उसके पास कोई वैध दस्तावेज, लाइसेंस या बिल मौजूद था। चालक ने यह भी बताया कि मावा मिल्क पाउडर, पाम ऑयल और सेपरेटाइज़्ड क्रीम से तैयार किया गया था। यह खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग के लिए चौंकाने वाला रहा, क्योंकि दीपावली के अवसर पर बड़ी मात्रा में मिठाईयों की बिक्री होती है और इस प्रकार की मिलावट जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।

मावा के सैंपल भेजे गए जांच को
संदिग्ध मावा के कुछ सैंपल प्रयोगशाला जांच हेतु रुद्रपुर स्थित खाद्य प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। एफडीए अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यापारी और वाहन स्वामी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दीपावली से पहले उत्तर प्रदेश से हरिद्वार और देहरादून की सीमाओं पर संदिग्ध मावा सप्लाई की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना के आधार पर विभाग ने चौकसी बढ़ाई और यह बड़ी कार्रवाई की। अधिकारियों ने कहा कि त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और किसी को भी खाद्य सुरक्षा से समझौता नहीं करने दिया जाएगा।

टीम के सदस्य
कार्रवाई में उपायुक्त आर.एस. रावत, सहायक आयुक्त एम.एन. जोशी, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन, चौकी प्रभारी देवेन्द्र सिंह चौहान, हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार, कांस्टेबल रमेश कुमार और कुश यादव शामिल रहे।

