हरिद्वार, संवाददाता। नीति आयोग के आकांक्षी विकासखंड कार्यक्रम के तहत जल निकाय पुनर्जीवन कार्यों की समीक्षा बैठक बुधवार को विकास भवन में आयोजित की गई। मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोंडे ने बैठक में गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि कुल 50 में से 40 जल निकाय कार्य पूर्ण होने के बावजूद संबंधित सूचनाएं अवनी ग्रामीण ऐप और नीति आयोग के पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई हैं।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि सभी अद्यतन सूचनाएं आज शाम तक पोर्टल पर प्रदर्शित की जाएँ। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसा न होने की स्थिति में कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। खंड विकास अधिकारी बहादराबाद की लापरवाही पर असंतोष व्यक्त करते हुए उनका वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश भी जारी किया गया। साथ ही प्रत्येक जल निकाय की पहले और बाद में की तस्वीरें भी आज ही पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए। सीडीओ ने कहा कि आकांक्षी विकासखंड कार्यक्रम की सफलता राज्य सरकार और नीति आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की चूक की पुनरावृत्ति न होने की चेतावनी भी दी।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी, अधीक्षण अभियंता लघु सिंचाई भरत राम, अपर सांख्यिकी अधिकारी सुभाष सिंह शाक्य, खंड विकास अधिकारी नवीन कुमार, सहायक अभियंता सिंचाई वाई.एस. तोमर, लघु सिंचाई विद्याधर पांडेय तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत विजेंद्र सैनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

