हरिद्वार, संवाददाता। दीपों के महापर्व दिवाली को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने शहर की स्वच्छता व्यवस्था को लेकर तैयारी तेज कर दी है। मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार ने ठोस प्लान बनाया औरबुधवार को सफाई निरीक्षकों और पर्यावरण मित्रों की बैठक लेकर साफ-सुथरी दिवाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी वार्डों और बाजारों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के साथ लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी।

दो पालियों में होगी सफाई व्यवस्था
नगर आयुक्त ने कहा कि शहर के सभी 60 वार्डों में सफाई व्यवस्था को दोनों पालियों में सुचारू रखा जाए। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि त्योहारों के दौरान बाजारों और आवासीय इलाकों में कूड़े-कचरे की समस्या न हो। इसके लिए अधिकारी और कर्मचारी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें।
निरीक्षण और निगरानी के सख्त आदेश
बैठक में नगर आयुक्त ने कहा कि जहां अतिरिक्त कर्मचारियों की जरूरत है, वहां तुरंत तैनाती की जाए। उन्होंने सभी सफाई निरीक्षकों को व्यक्तिगत रूप से वार्डों और प्रमुख बाजारों का मौके पर जाकर निरीक्षण करने को कहा। चेतावनी दी कि कहीं भी लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

रात में चलेगा बाजारों का कचरा वाहन
दिवाली से पहले बढ़ती भीड़ को देखते हुए बाजारों के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि बाजार क्षेत्रों से कचरा उठाने वाले वाहन रात्रि में और बाजार खुलने से पहले संचालित किए जाएं, ताकि ग्राहकों और दुकानदारों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।
नाले-नालियों की सफाई और फॉगिंग अभियान
नगर आयुक्त ने बताया कि स्वच्छता को बेहतर बनाने के लिए सभी नाले-नालियों की विशेष सफाई कराई जाएगी। साथ ही, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए पूरे नगर निगम क्षेत्र में फॉगिंग अभियान भी चलाया जाएगा।
गंदगी फैलाने वालों पर लगेगा जुर्माना
नगर आयुक्त ने चेताया कि सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ चालान और जुर्माना कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी केवल निगम की नहीं, बल्कि नागरिकों की भी है कि वे अपने आसपास की सफाई बनाए रखें।

नागरिकों से सहयोग की अपील
नगर आयुक्त नंदन कुमार ने शहरवासियों से अपील की कि वे नगर निगम का सहयोग करते हुए कूड़े को निर्धारित स्थानों पर ही डालें। उन्होंने कहा कि —
“स्वच्छता केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हर नागरिक का संस्कार है। मिलजुल कर ही हम हरिद्वार को स्वच्छ और सुंदर बना सकते हैं।”

